असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की सूची से 19 लाख लोग बाहर



असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की अंतिम सूची जारी हो चुकी है इसमें राज्य के 1906657 लोगों के नाम शामिल नहीं है 1970 के बाद से असम में बड़े स्तर पर बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण इस रजिस्टर को अपडेट करने की मांग लगातार उठ रही थी जिसके बाद 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार सूची को अपडेट करने का काम शुरू किया गया था और 31 अगस्त 2019 को अंतिम सूची जारी कर दी गई है जिसमें करीब करीब 52000 अधिकारियों ने छह करोड़ से भी ज्यादा दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद यह सूची जारी की है एनआरसी सूची जारी होने के बाद राज्य के हजारों लोग एनआरसी सेवा केंद्रों पर लगी सूचियों में अपना नाम देखने को इकट्ठा हो गए।
कई लोग सूची में अपना नाम देखकर खुश हुए तो कई लोग अपना नाम नहीं होने के कारण उदास भी हो गए उनके चेहरे से निराशा साफ देखी जा सकती थी बताते चलें कि जिन 1900000 लोगों का नाम काटा गया है उन्हें एक मौका दिया गया है कि वह अपनी नागरिकता प्रमाणित करने और सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए 120 दिन के अंदर फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल में जाकर अपील करें सूची जारी होने के बाद भी जिनके नाम सूची में नहीं है ऐसे लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है वह अपने नागरिकता के प्रमाण के साथ फॉरेनर्स ट्यूनल में जाकर अपील दायर कर सकते हैं और उसके फैसले से असंतुष्ट लोग हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं