इस योग मुद्रा से मंद-बुद्धि की भी बढ़ जाती है स्मरण शक्ति

हमारे शरीर में दिमाग एक आम भूमिका निभाता है जिसका दिमाग इतना ज्यादा तेज होता है वह सामाजिक जीवन में उतना ही कामयाब माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप नियमित योगाभ्यास व ज्ञान मुद्रा से अपने दिमाग को तेज और प्रभावशाली बना सकते हैं ज्ञान मुद्रा से दिमाग के तंतु सक्रिय होने लगते हैं और कैसा भी मंदबुद्धि बच्चा या व्यक्ति हो इस मुद्रा से उसकी मेगा और स्मरण शक्ति बढ़ने लगती है असामान्य हार्टबीट बेचैनी अनिद्रा पागलपन को दमाद चिड़चिड़ापन क्रोध नकारात्मकता कामवासना एकाग्रता नशे की लत और अवसाद को नियंत्रण करने में भी यहां मुद्रा कारगर हथियार साबित होती है और यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण भी मानी जाती है इसको करने के लिए हमें गहरे स्वास्थ्य के साथ अभ्यास से आभा बढ़ती है और शांति का अनुभव होता है बुजुर्ग लोगों को अल्जाइमर जैसे रोगों से बचने के लिए इसका रोजाना अभ्यास करना चाहिए इसका अभ्यास बेहद सरल है सबसे पहले हमें सीधे होकर बैठ जाना चाहिए और उसके बाद अंगूठे और तर्जनी के आगे के भाग को मिलाएं और शेष उंगलियों को सीधा रखें सीधी लंबी गहरी सांस के साथ यह प्रक्रिया 20:20 मिनट पर तीन चार बार करें और इसे नियमित रखें यह बहुत छोटा सा प्रयोग लेकिन हमारे जीवन में बहुत बड़ा चमत्कार दिखा सकता है बशर्ते इसका नियमित प्रयोग जरूरी है  और आसान भी है।