जाने कब होती है हरतालिका तीज की पूजा और व्रत

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हरतालिका तीज भाद्र पद के शुक्ल पक्ष में  मनाई जाती है जिसमें महिलाएं निर्जला व्रत कर कर अपने परिवार के लंबी उम्र की दुआ करती है और इस हरतालिका तीज के दिन सभी विवाहित महिलाएं शंकर पार्वती की पूजा और अर्चना करती हैं इससे उन्हें सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में खुशहाली कावड़ मिलता है इसके अलावा अविवाहित कन्याएं मनपसंद जीवनसाथी को पाने के लिए भी यह व्रत करती हैं बिहार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तीज का यह त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है इस दिन पूजन के साथ सभी महिलाएं पूरे दिन व्रत का पालन करती है और नए परिधानों से सुसज्जित होकर सुहागिन जोड़ा पहनकर पूजा करती है यह पूजा महिलाओं को समूह में करनी होती है इस पूजा का मतलब यह है कि समूह में पूजा करने से  मनुष्यों में एक दूसरे से निकटता होती है और घनिष्ठता बढ़ती है जिससे इंसानियत भी बढ़ती है हरतालिका तीज भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में तृतीया तिथि को मनाई जाती है 2019 में इस वर्ष हरतालिका तीज 1 सितंबर को है जिसमें सभी महिलाएं पूजा अर्चना कर अपने जीवन को खुशहाल होने की दुआ मांगती है मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ और व्रत करने से मनुष्य के जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों से छुटकारा मिलता है