किसी को भी पैसा उधार देने से पहले ध्यान रखें यह बातें तो नहीं होगा नुकसान

बुजुर्गों में कहावत थी प्रेम गया पैसा गया और गया व्यवहार दर्शन दुर्लभ हो गए जब से दिया उधार यह आज के दौर के एक कड़वी सच्चाई है जिसमें अगर आपने अपने किसी संबंधी या रिश्तेदार को खास तौर पर अपने दोस्तों को कई परिस्थितियों में कुछ पैसे देने की जरूरत पड़ जाती है तो आपके पैसे फंस ना जाएं इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखकर ही पैसे उधार दे जब आप किसी को अपने पैसे उधार के तौर पर देते हैं तो उससे सबसे पहले यह जरूर जानने की उसकी जरूरत की असली वजह क्या है साथी अगर कोई दूसरा विकल्प हो तो उसको सलाह दी जा सकती है इसलिए ठंडे दिमाग से गौर करके कोशिश करें उन्हें कोई उपाय सुझाव दें और यह सुनिश्चित करने की जो पैसा आप से उधार ले रहा है वह किसी गलत काम में तो यूज़ नहीं करेगा नहीं तो उसकी वजह से आपके रिश्ते में दरार भी पड़ सकती है जिसका नतीजा आने वाले समय में देखा जा सकता है पैसे के मामलों में भावनाओं को एक तरफ रख कर अपने जानने वाले को उधार देने से पहले अपनी सभी शर्तों को बता दें ताकि बाद में वह किसी तरीके की गलतफहमी में ना रहे उससे पैसे देने से पहले पैसे वापसी की बात करें यदि पैसा किस्तों में देने के लिए तैयार है तो उसकी अवधि पहले से ही तय कर ले साथ ही उधार देने के बाद उससे यार नहीं पूछना चाहिए कि वह उधार लिए हुए पैसे का क्या कर रहा है आप अपने पैसे देकर उससे बाद में कोई जानकारी ना लें नहीं तो बार-बार उसके बारे में बात करने से आपस में गलतफहमी और दरार की दीवार पड़ सकती है अगर उधार की रकम बड़ी है तो बेहतर है कि कोई भी हो उससे जरूरी दस्तावेजों पर साइन करवा ले और किसी भी व्यक्ति को उधार उसकी और अपनी क्षमता के अनुसार ही देना चाहिए बाद में पैसे मांगते वक्त कभी भी ताऊ में नहीं आए सुखी आप अपने किसी करीबी को ही पैसे उधार दे रहे हैं इसलिए उससे वापसी की समय सीमा भी तय कर लें और उसे ऐसा समझाएं कि आप निर्णय नहीं है बल्कि उसे ही पैसे वापस करने में आसानी होगी ताकि उसे कल किसी भी शर्मिंदगी का सामना ना करना पड़े एक बात और अपने सगे संबंधी को पैसा देकर ब्याज कभी भी नहीं लेना चाहिए हो सकता है कि वह अपने जरूरत के लिए आपको ब्याज देने की बात मान ले परंतु इसके साथ संबंध खराब हो सकते हैं याद रखें कि उसने यह लोन किसी बैंक से नहीं मांगा है बल्कि अपने जानने वाले से मांगा है एक बात और यह बात ठीक है कि आप अपने करीबी के काम आ रहे हैं लेकिन यह भी ध्यान रखें कि वह व्यक्ति उधार लेने की आपसे आदत ना बना ले नहीं तो वह आप पर निर्भर हो जाएगा और आपके पैसों की कदर नहीं करेगा क्योंकि उसे लगेगा कि जरूरत पड़ने पर आप उसको पैसे दे देंगे और जब दोबारा आप उसको पैसे नहीं देंगे तब वह आपसे नाराज हो जाएगा इसलिए रिश्तो में खटास ना आए इसलिए एक बार में ही उसे प्यार से समझा दे और बोल दे कि भाई मेरी भी मजबूरी है हम आपको बार-बार पैसे नहीं दे सकते किसी भी रिश्तेदार को कभी भी अकेले में पैसे उधार देने नहीं चाहिए चाहे उधार लेने वाला आपका भाई बहन ही क्यों ना हो पता करें कि आप उधार किसी मित्र या सगे संबंधी के मौजूदगी में ही दें लेकिन ध्यान दें ऐसे लोगों के सामने ही दें जिस पर यकीन हो कि यह बातें वह बाहर लिख नहीं करेगा इस तरीके से आप लोगों की मदद भी कर पाएंगे और अपना नुकसान भी नहीं होगा