इस तरह जाने कैसा होगा आपके बच्चों का भाग्य

वैसे तो विधि के विधान को और किस्मत के लिए को समझना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन फिर भी ज्योतिष शास्त्र ने इस अबूझ पहेली को थोड़ा आसान बनाने की कोशिश की है आज के दौर में ग्रह नक्षत्रों के सालों को को समझना बेहद जरूरी है मनुष्य पर उनका पड़ने वाला प्रभाव कब खास होता है यह जानना हर एक आम आदमी की एक आम जिज्ञासा होती है और हर कोई यह जाने को जिज्ञासु रहता है यह उनका बच्चा बड़ा होकर क्या बनेगा तो आइए आज हम बताते हैं कि किस तरीके से अपने बच्चे के हाथ की रेखाओं को देखकर आप उनके बारे में थोड़ा बहुत अनुमान लगा सकते हैं बच्चे के जन्म लेते ही मां-बाप के मन में सवाल उत्पन्न होने लगते हैं कि मेरा बच्चा बड़ा होकर क्या बनेगा क्या करेगा इसकी क्या सोच होगी कैसा स्वभाव होगा हालांकि या सब ज्यादातर मां-बाप के और पारिवारिक संस्कारों पर और स्कूल की शिक्षा पर निर्भर होता है लेकिन फिर भी बच्चों के स्वभाव पर उनकी प्रतिभा पर उनके ग्रहों की चाल का असर भी नकारा नहीं जा सकता ज्योतिष विज्ञान मानती है कि ग्रह और नक्षत्रों का प्रभाव बच्चों के जीवन पर जरूर पड़ता है अगर कुंडली में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति ठीक है तो वह बच्चा बड़ा होकर एक सफल व्यक्तित्व का स्वामी बनता है ।
लेकिन अगर ग्रह नक्षत्रों की स्थिति खराब होती है तो वह जीवन भर किसी न किसी बाधा का सामना करना पड़ता है कई बार देखा गया है कि कोई बच्चा शिक्षा पाना चाहता है लेकिन उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि कई बार ग्रह नक्षत्रों के कारण ऐसा होने लगता है जिसके अनुसार ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति का जीवन उनकी जन्म कुंडली के अनुसार ही चलता है कब अच्छा समय आएगा और कब समस्याओं का सामना करना पड़ेगा यह सब कुंडली को देख कर ही जाना जा सकता है लेकिन असल में कुंडली है क्या जब किसी मनुष्य का जन्म होता है तो उसे वक्त मौजूद ग्रहों और नक्षत्रों के आधार पर उसकी जन्मकुंडली बनाई जाती है जिसमें ग्रह नक्षत्र व्यक्ति के जीवन पर अपनी अपनी तरह से प्रभाव छोड़ते हैं और इसी के अनुसार व्यक्ति के जीवन की दिशा तय होती है हालांकि अपना देश कर्म प्रधान देश है लेकिन मेहनत से किस्मत को बदलते हम सब ने देखा भी है कहते हैं जिंदगी में मेहनत हो  तो ग्रह नक्षत्र भी अपनी चाल बदलते हैं फिर भी ग्रह नक्षत्र की चाल को समझे तो आसानी हो सकती है ऐसा ज्योतिष विज्ञान में जानकार कहते हैं तो इस बाहर हम आपको बताते हैं राशि अनुसार आपके बच्चों का स्वभाव ।
मेष -राशि इस राशि के बच्चों का स्वभाव हमेशा ही बचपन वाला रहता है उसको लोगों से लगाओ कम होता है यह सबसे अलग स्वभाव के होते तथा अपने अधीन लोगों को काम कराना पसंद होता है।
वृषभ -राशि इस राशि के बच्चे संकोची सुरक्षा पसंद और अपने विचार अपने तक ही सीमित रखते हैं यह सामान्यता अधिक शरारती नहीं होते ।
मिथुन- राशि इस राशि के बच्चे बेचैन और उदास होते हैं कहा जाता है कि इस राशि के बच्चों का बचपन दुखद प्रेम हीन तथा लगाओ रहित गुजरता है ।
कर्क- राशि इस राशि के बच्चे अत्यधिक संवेदनशील और मोजी होते हैं यह बच्चे बचपन से ही मां-बाप के लाडले अथवा दादा दादी के प्यारे होते हैं।
सिंह -राशि इस राशि के बच्चे व्यवस्थित उत्साही और आजाद स्वभाव के होते हैं यह अपनी बुद्धिमानी और तेज मिजाजी से सारे काम हल करना चाहते हैं ।
कन्या -राशि इस राशि के बच्चे चिंता ग्रस्त होते हैं उनके आत्मबल को निरंतर ताकत देने की जरूरत पड़ती रहती है इन्हें लगातार कहना पड़ता है कि वे सफल होंगे अन्यथा वह लोग डरपोक हो जाते हैं ।
तुला -इस राशि के बच्चे आकर्षक और गर्मजोशी से भरे होते हैं अपने साथी और बड़ों को समान रूप से आकर्षित करते हैं इनका व्यवहार और शिक्षा दोनों अच्छी होती हैं यह होनहार और बुद्धिमान होते हैं
वृश्चिक -इस राशि के बच्चे एकाकी और चिंता करने वाले होते हैं अपने माता-पिता और भाई बहन को समान रूप अत्यधिक  परेशान करते हैं ।
धनु - इस राशि के बच्चे विचित्र व्यक्तित्व वाले तथा खेलों में रुचि रखते हैं यह जिज्ञासु आकर्षण हाजिर जवाब और पूर्ति ले होते हैं ।
मकर - इस राशि के बच्चे अपने अभिभावकों को खोने के डर से डरे रहते है यह भावना गंभीर रूप से खुशी के रूप से दूर कर देती है ।
कुंभ राशि इस राशि के बच्चे दोस्ताना और खुशमिजाज होते हैं यह इतने पवित्र होते हैं कि अजनबी से भी बात करने लगते हैं यह बच्चे सख्त अनुशासन वाले स्कूल में काफी खुश रहते हैं ।
मीन राशि इस राशि के बच्चे सपनों की दुनिया में खोए रहने वाले होते हैं तथा इन्हें अपना स्कूल में कई बार उनके लिए समस्या बन जाती है जिन्हें फोकस करने के लिए इनका ध्यान कराने की जरूरत होती है।