गाजियाबाद में प्रेमी के साथ भागने के लिए महिला ने बनाई बेटे के अपहरण की की झूठी कहानी

गाजियाबाद में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ भाग जाने के लिए अपने 5 साल के मासूम बेटे की भगवान की झूठी कहानी गढ़ दी और उसने झूठ बोलकर सहेली को अपना बेटा दे दिया जिसके बाद खुद ही उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी पुलिस ने साजिशकर्ता महिला उसकी सहेली और उसकी सास को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रात लोकप्रिय विहार खोड़ा निवासी जेनब ने पुलिस को शिकायत दी कि सनी बाजार न्याय खंड 1 से उनके 5 माह के बेटे आहान को करीब 24 वर्षीय महिला लेकर भाग गई है पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी ली तो उसने बताया कि बाजार में उसके बेटे आहान ने उल्टी कर दी थी उसने पास में खड़ी अज्ञात आरोपी महिला को बेटे को संभालने के लिए दिया था इस दौरान वह बच्चे की उल्टी को साफ करने में लगी हुई थी उल्टी साफ कर कर देखा तो वहां महिला बेटे को लेकर गायब हो गई थी पुलिस ने उसकी बात पर भरोसा करके क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा तो जिसमें जेनब की कोई फुटेज नहीं मिली इसके बाद उसने मोबाइल की लोकेशन जांच की तो उसके घर से निकलने के बाद त्रिलोकपुरी वाह शाहदरा दिल्ली फिर अभय खंड चौकी क्षेत्र में मिली लोकेशन के आधार पर उस पर शक हुआ पुलिस ने दिल्ली हिम्मतपुरी निवासी जन्म की सहेली को मालवा उसकी सास सुनीता को बॉर्डर से गिरफ्तार किया उनके पास से जेनब का बेटा आहान बरामद हुआ एसएचओ दीपक शर्मा ने बताया कि को मालवा सुनीता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि जेनब ने कहा था कि उनका पति दूसरी शादी करना चाहता है उसे रोकना जरूरी है इसलिए बेटे को दो-तीन दिन के लिए रख लो इसकी जानकारी किसी को मत देना इस पर पुलिस ने जनक से पूछताछ की तो उसने बताया कि प्रेमी सलमान निवासी लोकप्रिया बिहार के साथ भागने की फिराक में थी इसलिए उसने बेटे की अपहरण की साजिश रची आपको बताते चलें कि इन दिनों प्रदेश में बच्चा चोरी होने की अफवाह फैली है इसी का फायदा उठाकर उसने यह साजिश रच दी उन्होंने बताया कि पुलिस ने जेनब हुआ उसकी प्रेमी सलमान को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस का कहना है कि जेनब 5 माह का वेतन व कोमल की 2 साल की बेटी भूमि भी उसके साथ जेल गई है पुलिस का कहना है कि जब तक इन दोनों बच्चों के संबंध में न्यायालय से कोई निर्णय नहीं आ जाता तब तक यह बच्चे अपनी माताओं की देखरेख में जेल में ही रहेंगे