नोएडा में ठगी की रकम में हिस्से की मांग को लेकर हुई थी संजीव की हत्या



मेडिकल इंजीनियरिंग में दाखिला दिलाने के नाम पर लोगों से करीब 300 करोड ठगने वाले शातिर ठगों ने  ठगी में हिस्सा मांगने पर  अपने ही  साथी की हत्या कर दी थी जिसका खुलासा पुलिस ने किया है पुलिस ने नोएडा में ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है पकड़े गए तीन आरोपी और मृतक संजीव पहले रेलवे में नौकरी और इंजीनियरिंग में दाखिला दिलाने के नाम पर देश भर के युवाओं से लगभग 300 करोड़ के ठग चुके हैं जिसमें अपने हिस्से की रकम मांगने पर उनके ही साथियों ने संजीव रावत की कार से तीन बार कुचल कर हत्या कर दी थी बताते चलें कि 9 सितंबर की सुबह वजीरपुर यमुना क्षेत्र में एक युवक का शव मिला था युवक की पहचान नहीं हो पाने पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था लेकिन फिर बाद में एक युवक ने उस व्यक्ति की पहचान की और उसने पुलिस को बताया कि मृतक कैरियर कम्पनी में कर्मचारी है मृतक की पहचान ऋषि उर्फ संजीव रावत के रूप में हुई थी जो गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी मृतक की पत्नी ने उनकी पहचान उनके कपड़े देखकर की थी मृतक और उसकी पत्नी पिछले काफी समय से गाजियाबाद से खोड़ा कॉलोनी में रह रहे थे आरोपियों के अनुसार मृत संजीव ने ठगी के ₹3500000 रुपए में से हिस्से की मांग की थी और धमकी दी थी कि अगर वह इसमें हिस्सा नहीं देगा तो उसके गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया जाएगा इसके बाद नाराज आरोपियों ने मृतक को जमकर शराब पिलाई और उसे मारपीट कर बेहोश कर दिया आरोपी नीरज समीर ,विकास ,राजेश ,अभिषेक ने मिलकर संजीव को कार में डालकर यमुना स्थित क्षेत्र में ले गए और मौका पाकर सुनसान जगह पर अपनी कार से ही तीन बार कुचलकर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गए थे आरोपियों को लग रहा था इस हत्या को दुर्घटना में बदल लोगों को भ्रमित कर देंगे लेकिन पुलिस की चालाकी के सामने उनकी एक न चली और आखिरकार उन्हें जेल जाना पड़ा