अब अपने नाबालिक बच्चे के हाथ में गाड़ी देने का मतलब है घर बैठे मुसीबत मोल लेना


अब अगर आप  अपने नाबालिक बच्चे के हाथ में अपनी गाड़ी दे रहे हैं तो आप सतर्क हो जाएं क्योंकि आपने बैठे-बिठाए मुसीबत मोल ले ली है 2019 के नए यातायात नियमों के अनुसार अगर कोई भी किशोर सड़क पर गाड़ी चलाता हुआ मनमाने तरीके से इधर-उधर लहराता है तो उससे हादसे हो सकते हैं जो रोड पर चलने वाले सभी लोगों के लिए खतरे की बंटी है इसीलिए सरकार ने नाबालिक को गाड़ी देने पर सख्त कानून का योगदान किया है हमारे देश में वैसे तो अब तक नाबालिक के गाड़ी चलाने पर जुर्माने का कोई भी प्रावधान नहीं था लेकिन अब न सिर्फ जुर्माना देना होगा बल्कि नाबालिक के अभिभावकों को अब कई तरीके की मुसीबतों का सामना भी करना पड़ेगा मोटर वाहन अधिनियम 2019 के तहत नाबालिक को गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर 25000 का जुर्माना और उसके साथ 3 साल की सजा भी होगी इसके लिए अभिभावक दोषी माने जाएंगे और नाबालिक का 25 साल की उम्र तक लाइसेंस भी नहीं बनाया जाएगा ट्रेफिक इंस्पेक्टर अनिल कुमार पांडे के साथ पीएसआई राकेश कुमार ने बताया कि हम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पास रहते हैं दिल्ली कि मैं तमाम देशों के उच्चायुक्त रहते हैं।


 यह विदेशी नागरिक नीले रंग की नंबर प्लेट लगी गाड़ियों से चलते हैं कई बार या विदेशी नागरिक चौराहे पर ग्रीनसिगनल का इंतजार कर रहे होते हैं और उसी दरमियान रेट लाइट को तोड़कर आगे निकल जाते युवा उन्हें दिखते हैं जिससे विदेशी नागरिक हमारे बारे में गलत धारणा बना लेते हैं और यह बात अपने देश में जाकर बताते हैं जिससे हमारे देश की छवि पूरे देश में खराब होती है उन्होंने बताया हमारे देश में ज्यादातर सड़क हादसे लापरवाही से गाड़ी चलाने पर ही होते हैं लापरवाह चालक यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं खराब सड़क के चलते भी हादसे होते हैं मौसम खराब होने वाला गाड़ी में खामियों के चलते भी हादसे होते हैं सड़क पर अचानक जानवर आने से भी हादसे होते हैं लेकिन इन सब में प्रमुख वजह लापरवाही ही सामने आती है इसलिए सरकार ने 2019 से ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं जिससे लोगों की जान और माल की रक्षा की जा सके।
रिपोर्टर-रामजी पांडे