चंदूवार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं शास्त्री जी की 150वीं जयंती मनाई गई




के सी शर्मा

बीना।सोनभद्र।उ प्र सोमभद्र के उर्जान्चल में स्थित  चन्दूवार में सामाजिक कार्यकर्ता राम अनुज गौतम के कार्यालय परिसर में आज 2 अक्टूबर को   अहिंसा के पूजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं व  भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाया गया।

सबसे पहले सभी लोगो ने गांधी व शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया।
इसके बाद स्वच्छता अभियान चलाने व प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया।
 तत्पश्चात सभा का आयोजन कर उनके कृत्यों को याद किया गया।

इस मौके पर  गांधी जी के प्रिय भजन.. "वैष्णव जन तेने कहिए पिर परायी जानी रे"..., सर्व धर्म प्रार्थना व "रघुपित राजा राम" ... धुन गाऐ।


 सभा को बतौर मुख्यअतिथि सम्बोधित करते हुए "आल इंडिया यूनाइटेड वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन" के राष्ट्रीय कार्यकरी अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी के सी शर्मा ने कहा कि आज के समय में गांधी के विचार व गांधी जीवन ही शाश्वत है।
इसी लिये पूरी दुनिया गांधी जी को याद करती है. इस बात पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज का दिन और भी महत्वपूर्ण है जो  सादा जीवन उच्च विचारों पर खुद चलकर देश को नैतिकता की राह दिखाने वाले व "जयजवान जय किसान" का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन है।

उन्होंने कहा कि गांधी जी की संघर्ष शैली ऐसी थी जिसमे हिंसा या हमला था ही नही,
इस लिए जीत हार भी नही थी।वे वैसा रास्ता खोज रहे थे जिसमें लड़ाई तो हो, कठोर व दुर्धष हो।लेकिन उससे सामने वाला खत्म न हो,साथ आजाये।

इस मौके पर वरिष्ठ समाज सेवी राम अनुज गौतम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए गांधी जी के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा व जीवन तथा उनके संघर्षों पर विस्तार से  प्रकाश डाला और कहा कि आज पूरी दुनिया विश्व शांति के लिए गांधी दर्शन को ही एक मात्र रास्ता समझ रही है, हम उस देश के उनके संतान है।हमे गांधी और शास्त्री पर गर्व होना चाहिए और उनके दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए।

इस मौके पर अन्य प्रमुख वक्ताओं में दिल्ली से आई समाजसेवी श्रीमती सीमा शर्मा, अपना दल (एस) की नेता हजार बेगम,  ब्रम्हण समाज के अध्यक्ष बिमलेश दूबे, समाजसेवी बोधेलाल गुप्ता, आर एस भारती, रामशंकर, आदि ने सभा को सम्बोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन आर एस गौतम ने किया।