एक मुहिम मऊगंज को सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्त करने की




रीवा मध्य प्रदेश मऊगंज को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए नगर परिषद मऊगंज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (2 अक्टूबर) से बड़ी मुहिम की शुरुआत की गई है इसके तहत सबसे पहले नगर के दुकानदारों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए ना सिर्फ जागरुक किया जाएगा बल्कि सख्ती भी की जाएगी यह अच्छी पहल है मऊगंज ही नहीं पूरा देश सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त होना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के लिए प्लास्टिक और खासकर पालिथीन कितनी अधिक खतरनाक है ये सभी जानते हैं लेकिन इसका उपयोग बंद नहीं हो पा रहा है घर, दुकान, बाजार से कूड़े में फेंकी जाने वाली पालिथीन ने तो ज्यादातर शहरों, कस्बों के नाले चोक कर दिये हैं बारिश में ये नाले लोगों के लिए आफत बन जाते हैं वैसे प्रशासनिक व सरकारी तौर पर पूरे देश भर में पालिथीन पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है लेकिन कोई भी प्रतिबंध तब तक कारगर साबित नहीं होता जब तक इसे सख्ती से अमल में नहीं लाया जाए पूरे नगर को देख लें तो पता चलेगा कि पालिथीन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है जब इस पर प्रतिबंध लगा है तो फिर बाजार में बिक्री के लिए इतनी आसानी से उपलब्ध क्यों है? आखिर इतनी मात्रा में ये आ कहां से रही है? हर ठेले, दुकान पर पालिथीन में सामान बेचा जाता है यह इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि कहीं न कहीं अमानक पालिथीन बनाने व बेंचने वालों के साथ मिलीभगत है जो वस्तु प्रतिबंधित है शहरों में उसका उत्पादन और आयात बिना सांठगांठ के हो ही नहीं सकता दिखावे के लिए कभी-कभार अफसर छापेमारी कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते हैं इस समस्या का दूसरा पहलू यह भी है कि पर्यावरण जैसे विषय के प्रति आम आदमी भी जागरुक नहीं है क्योंकि हम खुद ही सामान खरीदने जाते हैं तो घर से कपड़े का थैला लेकर निकलने में शर्म महसूस करते हैं इसलिए यहां पर प्रत्येक व्यक्ति को देश के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने व पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम में आगे आने की जरूरत है हमें यह सिर्फ जुर्माने से बचने के लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए अगर पर्यावरण को बचाना है तो प्लास्टिक और पालिथीन को "ना" कहना ही होगा।