यूनियन की मांगों पर प्रबंधन ने समय रहते वार्ता कर कोई उचित समाधान नहीं निकाला तो होगा महाप्रबंधक का घेराव- के सी शर्मा









सिंगरौली।म प्र।

आज  लगातार वर्षात के बाद भी एनसीएल के अमलोरी परियोजना में एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन और आमसभा का आयोजन कोयला श्रमिक सभा(HMS) द्वारा २४ सूत्रीय मागो को लेकर आयोजित किया गया ।

जनसभा को सम्बोधित करते हुए कोयला श्रमिक सभा के संरक्षक एवं "आल इंडिया यूनाइटेड वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन" के राष्ट्रीय कार्यकरी अध्यक्ष के सी शर्मा ने कहा कि श्रमिक संगठन ने जो अपने ज्ञापन में मागे प्रबन्धन को प्रस्तुत की है वे सभी मागे जायज है।
प्रबन्धन इसे समय रहते यूनियन के प्रतिनिधियों से वार्ता कर समस्या पर सहानभूति पूर्वक विचार कर समय रहते समाधान निकाले, नही तो श्रमिको के हित मे संगठन जनांदोलन की राह अपनाने को विवस होगा।

उन्होंने कहा कि श्रमिको की समस्याओं की अनदेखी प्रबन्धन को नही करनी चाहिए,क्यो की इससे ओद्योगीक अशांति उतपन्न होने की आशंका बलवती होती है।एनसीएल प्रबन्धन को कोल परिवहन और उससे उतपन्न हो रहे प्रदूषण के दुष्परिणामों से आमजन एवं श्रमिको को बचाने के लिए एनजीटी के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।यदि ऐसा नही हुवा तो इसकी शिकायत एनजीटी में की जाएगी।
एनसीएल प्रबन्धन "कोयला श्रमिक सभा" की उपेछा करना बंद करे, नही तो इसके गम्भीर परिणाम होगे।

"कोयला श्रमिक सभा" के महामंत्री अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि यदि प्रबन्धन यदि दस दिनों में समस्याओ का निराकरण नही करता तो दस दिन बाद अगली नोटिस देकर किसी भी समय महाप्रबन्धक कार्यालय का घेराव कर दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि परियोजना के आवासीय क्षेत्र की सड़क से परिवहन तत्काल बन्द कर दिया जाये, बरना होगा चक्का जाम,जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी परियोजना प्रबंधन की होगी।


"एच एम एस" सिंगरौली जिले के महामंत्री एम पी अग्निहोत्री ने  परियोजना के कार्मिक एवं प्रशासन विभाग पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते ही परियोजना में उक्त समस्याए बनी हुई है जो गम्भीर चिंता का विषय है।
यूनियन के अध्यक्ष एस के सक्सेना ने कहा कि अभी तो यूनियन प्रबन्धन को चेताने के लिए आज का एक दिवसीय धरना, प्रदर्शन और आम सभा का आयोजन किया है, यदि प्रबन्धन ने नही चेता तो आर- पार के संघर्ष का आवाहन संगठन करेगा।

इसके अतिरिक्त अन्यप्रमुख बक्ताओ में सबरश्री रामलखन पांडेय संयुक्त महामंत्री, उपाध्यक्ष शैलेस राय, सी एस पी उपाध्याय अध्यक्ष दुध्धीचुवा
परियोजना, मोनी मिश्रा सचिव झिगुरदह परियोजना,
बाबूलाल सचिव खडिया परियोजना,गोविंद दूबे सचिब अमलोरी परियोजना,संजीव सिंह सचिव बीना परियोजना,राजेन्द्र सिंह अध्यक्ष अमलोरी परियोजना, कृपाशंकर विश्वकर्मा अध्यक्ष जयंत परियोजना,आदि थे।

बक्ताओ ने प्रमुख मागो में जिनमे रोड कोल ट्रांसपोर्टिंग बंद करने, सिविल और बिजली विभाग के मरम्मत खामियों, सी.एच.पी.में ठेका मज़दूरों को HPC वेज पेमेंट कर लेबर का ATM व पासबुक कार्मिक विभाग के सहयोग से ठेकेदार द्वारा जबरन लेने और केवल ६०००/ पेमेंट लेबर को करने, मृतक आश्रितों का फण्ड व  नौकरी न देने, सीएचपी रोड का मरम्मत न होने, से आवागमन बाधित करने, सीएचपी तकनीशियन को पदोन्नति न देने, इंसेंटिव में भेदभाव करने, ड्रग लाइन में ऑपरेटर व तेकनिशियन के साथ भेदभाव करने ,तपोवन कर्मचारियों को TA/DA न देने, कार्मिक विभाग के अनुचित कार्यशैली पर रोक लगाने आवास आवंटन व परिवर्तन में कुछ यूनियन से मिलकर धांधली करने  सहित २४ मागो की ओर अपने सम्बोधन में प्रबन्धन का ध्यान आकृष्ट करते हुए
उक्त मागो पर प्रबंधन के उदासीन रवैये पर श्रमिक नेता जमकर बरसे ।

 आम सभा की अध्यक्षता घनश्याम प्रसाद पांडेय एवं संचालन श्री कमल शुक्ल सचिव जयंत परियोजना ने किया ।

सभा के उपरांत हरभजन सिंह सिद्धू एवं नाथू लाल पांडेय जिंदाबाद एच एम्.यस.जिंदाबाद के गगनभेदी नारो के साथ अंत मे युनियन के नेताओ ने धरना स्थल पर ज्ञापन प्रबंधन को दिया गया ।