जब पहले अपनी गाड़ी निकालने को लेकर अड़ गए महापौर घंटों लगा रहा जाम






सिंगरौली।म प्र।*
सिंगरौली- क्या हो जब जनप्रतिनिधि सत्ता मिल जाने के बाद अपने आप को सर्वोपरि मानकर नियम कानून ताक पर रखते हुए अपनी बात पर अड़ जाए। अपनी साख के लिए वह उसी जनता को भूल जाएं, जिस जनता ने जनसेवा की भावना से उन्हें चुना है। ऐसा ही एक मामला मोरवा में पेश आया, जहां सिंगरौली की प्रथम नागरिक नगर निगम महापौर श्रीमती प्रेमवती खैरवार दुर्गा अष्टमी की रात बूढ़ी माई दर्शन करके लौट रही थी की उनकी सरकारी वाहन के सामने एक व्यापारी की गाड़ी आ गई। जानकारी अनुसार बूढ़ी माई का रास्ता कई जगह से खुदा हुआ था साथ ही सकरा था। इसलिए स्वाभाविक तौर पर किसी एक को वाहन पीछे ले जाना था, परंतु आमने-सामने हुए दोनों वाहनों में से कोई भी पीछे जाने को तैयार न था। महापौर के वाहन के सामने पड़े वाहन स्वामी का भी गुस्सा सड़क की दुर्दशा को लेकर फूट पड़ा, और महापौर के साथ बैठी महिला की आग्रह पर भी वह भी अपनी जगह पर अड़ा रहा। इस मामले में महापौर के वाहन के सामने आए व्यापारी राजेश सिंह ने बताया की उन्होंने बकायदे हार्न व इंडिकेटर देकर अपनी गाड़ी मोड़ी थी और उनके पीछे करीब एक दर्जन गाड़ियों का काफिला लग गया था, परंतु महापौर के पीछे कोई भी वाहन नहीं खड़ा था, जिसके बाद भी उनका ड्राइवर महापौर का रौब दिखाकर वाहन पीछे ले जाने को तैयार नहीं था। उन्होंने बताया कि महापौर ने भी उसे समझाने की बजाएं यह कहकर अड़ी रहीं की महापौर की कोई साख नहीं है क्या। प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा करीब आधे घंटे तक वहां जाम की स्थिति निर्मित रही। सूचना मिलने पर पहुंचे *मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के समझाने और आग्रह पर महापौर ने अपने गाड़ी पीछे ली, जिसके बाद जाम खुल सका।