दुद्धी ब्लाक में अध्यापकों का समय से स्कूल ना आना बना चर्चा का विषय


दुद्धी ब्लाक क्षेत्र के अध्यापकों का समय से स्कूल न जाना का चर्चा का विषय रहा है। ग्रामीणों ने शिक्षकों की देर से आने की शिकायत किया था जिसके बाद एबीएसए आलोक कुमार यादव ने 20 सितंबर को अवचौक  निरीक्षण किया जिसमें 9 अध्यापक स्कूल से अनुपस्थित मिले जिस पर एबीएस शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर कोरम पूरा किया। कोई  कार्रवाई न होने से शिक्षकों का हौसला और भी बुलंद हो गया। और अधिकांश शिक्षक समय से स्कूल नहीं जाते। ग्रामीणों की माने तो अगर कार्रवाई हुआ रहा तो शिक्षकों मे भय रहता और समय से स्कूल स्कूल जाते।पर कार्रवाई नही होने से हौसला और भी बुलंद हो गया। और जादा तर शिक्षक समय से स्कूल में नही पहुंचते। गरामीणो के माने तो उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से ही ऐसा होता है। सरकार शिक्षा के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहा है। पर कुछ लापरवाह शिक्षकों के कारण पठन-पाठन में व्यवधान हो रहा है। और सरकारी स्कूल को बदनाम किया जा रहा है। जिसके कारण आज के समय में अधिकांश व्यक्ति प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना ज्यादा बेहतर समझते हैं। शिक्षकों को 8:30 बजे तक स्कूल पहुंचना होता है। और पर्थना करा कर नव बजे तक पढन पाठन शुरू होना चाहिए।पर अधिकांश शिक्षक 9:00 बजे तक रास्ते में ही देखे जाते हैं। जिनका स्कूल 10 से 15 किलोमीटर दूर है। स्कूल कितने बजे पहुचते होगे इसका सिधासा अंदाज़ा लगया जा सकता है।