हंसना मना है लेकिन प्राइवेट ट्रेन में आपका स्वागत है

नमस्कार,
            भारतीय रेल के इतिहास में चलने वाली पहली प्राइवेट ट्रेन  तेजस_एक्सप्रेस में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन है। कृपया जिन यात्रियों के पास जेब में ₹1600 हों वही यात्री ट्रेन का टिकट कटा कर ट्रेन में प्रवेश करें, वरना जिनके पास पैसे ना हो वह ट्रेन में बैठना तो दूर, ट्रेन के 10 फीट दूर खड़े रहें। तेजस एक्सप्रेस की सुविधाओं के बारे में आपको विस्तार में बताया जा रहा है, जहां लखनऊ से आनंद विहार तक डबल डेकर ट्रेन ₹645 लेती है, वहां हम ₹1600 रुपए लेंगे। जहां डबल डेकर 8 घंटे में सफर पूरा करती है, हम वहां 6 घंटे 15 मिनट में सफर पूरा करेंगे। ट्रेन में घुसते ही सुंदर-सुंदर सुन्दरियां आपका स्वागत करेंगी और आपको जलपान देंगीं। सबसे बड़ी सुविधा यह है कि ट्रेन एक घंटा लेट होने पर पर प्रति यात्री ₹100 व ट्रेन 2 घंटे लेट होने पर प्रति यात्री ₹250 वापस लौटाए जाएंगे, क्योंकि हमें पूरा भरोसा है हमारी ट्रेन बिल्कुल भी लेट नहीं होगी. जिस देश में अंबानी और अडानी की मालगाड़ियां को आगे निकालने के लिए सवारी गाड़ियों को रोक दिया जाता है, वहां हमारी ट्रेन को कौन रोक सकता है। इस ट्रेन में खाकी वर्दी पहनकर बिना टिकट यात्रा करने वाले पुलिस वाले बिल्कुल भी ना आयें, यहां आपकी खाकी वर्दी का रौब नहीं चलेगा, ज्यादा तीन पांच करने पर आपकी सारी हेकड़ी निकाल दी जायेगी। भिखारियों से विनम्र निवेदन है कि ट्रेन कि मैं चढ़ना तो दूर, ट्रेन की तरफ देखना भी मत.... वरना आंखें निकाल ली जाएंगी। ट्रेन का जो रनिंग रेलवे स्टाफ विशेष तौर पर ड्राईवर व गार्ड हाथ में पर्चा लेकर गाड़ी में बैठने आ जाता था व अन्य स्टॉफ फ्री फोकट में बैठने आ जाता था। वह इस गाड़ी में बैठने की कोशिश ना करें, अगर गलती से बैठ भी जाता है तो 1600  रुपए प्लस फाइन भरने के लिए तैयार रहें। रेलवे स्टाफ के लिए यह ट्रेन नहीं बनाई गई है, यह ट्रेन सिर्फ उसके लिए है जिसकी जेब में रोकड़ा है। अब आप भारत की ट्रेनों में नहीं विदेशों की तर्ज पर बनी इंडिया की ट्रेन में सफर करेंगे। इसलिए आपका इंडिया की फर्स्ट प्राइवेट ट्रेन में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है।
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