21 नवंबर 2019 हिंदू पंचांग पंडित विष्णु जोशी के साथ


🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग पंडित विष्णु जोशी*
 ~ 🌞7905156547
⛅ *दिनांक 21 नवम्बर 2019*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार कार्तिक)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - नवमी सुबह 11:21 तक तत्पश्चात दशमी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी शाम 06:30 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग - वैधृति शाम 04:16 तक तत्पश्चात विष्कम्भ*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 01:34 से दोपहर 02:55 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:53*
⛅ *सूर्यास्त - 17:54*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
 💥 *विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *उत्पत्ति एकादशी* 🌷
➡ *22 नवम्बर 2019 शुक्रवार को सुबह 09:02 से 23 नवम्बर शनिवार को प्रातः 06:24 तक एकादशी है ।*
💥 *विशेष ~ 23 नवम्बर 2019 शनिवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।*
🙏🏻 *निर्णयसिन्धु के प्रथम परिच्छेद में एकादशी के निर्णय में 18 भेद कहे गये हैं l*
🙏🏻 *कालहेमाद्रि में मार्कण्डेयजी ने कहा है – जब बहुत वाक्य के विरोध से यदि संदेह हो जाय तो एकादशी का उपवास द्वादशी को ग्रहण करे और त्रयोदशी में पारणा करे ।*
🙏🏻 *पद्म पुराण में आता है कि एकादशी व्रत के निर्णय में सब विवादों में द्वादशी को उपवास तथा त्रयोदशी में पारणा करे ।*
💥 *विशेष ~ अतः इस बार भी शास्त्र अनुसार 23 नवम्बर शनिवार को उपवास करें*।
             🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के जो दिन चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा था।*
           🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞
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