मोरवा में जनसंवाद में बोले पुलिस अधीक्षक शांति भंग करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा




आगामी 20 नवंबर तक किसी भी प्रकार के विवादित पोस्ट डालने य समाज के बीच के सौहार्दपूर्ण वातावरण को बाधित करने के प्रयास करने वालों पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्हें चेतावनी का मौका नहीं देकर उनपर दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। यह कहना था मोरवा थाने में आयोजित जनसंवाद के दौरान *सिंगरौली पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन का*।

गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय के द्वारा आगामी दिनों में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद जमीनी विवाद पर फैसला आना है। जिसे देखते हुए जिले का पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिख रहा है। इसी क्रम में थाना परिसर में गुरुवार शाम शांति समिति की बैठक आयोजित कर क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों से न्यायालय के आदेश का सम्मान कर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील की गई। जनसंवाद के दौरान अपने उद्बोधन में *पुलिस अधीक्षक* ने बताया कि उत्तरप्रदेश की सीमा सटे होने एवं औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहां हर वर्ग और समुदाय के लोग निवास करते हैं। यदि यहां का वातावरण बिगड़ता है तो इसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक पड़ेगा। हालांकि वह इस बात पर आश्वस्त दिखे की यहां के लोग मिलनसार और सहयोगी प्रवृत्ति के हैं। उन्होंने कहा कि आज समाज का हर वर्ग पुलिस के साथ खड़ा है और यदि मुट्ठी भर असामाजिक तत्वों द्वारा क्षेत्र के शांतिपूर्ण वातावरण को बाधित करने का प्रयास किया जाता है तो उन पर कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए जिले का पुलिस बल पूर्णता तैयार है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई भी व्यक्ति संदिग्ध कार्य में लिप्त पाया जाता है तो उसकी सूचना तत्काल थाने में दें। इसके अलावा बिना किसी आईडी प्रूफ या जान परिचय के किसी भी अपने घर में किराएदार ना रखें। साथ ही होटल मालिक यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां बिना कार्य कोई भी व्यक्ति न रुके।

जन संवाद के दौरान *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे* ने बताया कि जिले की शांति व्यवस्था को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने देंगे। उन्होंने लोगों से अपने विचार साझा करते हुए बताया की यह एक कोलियरी क्षेत्र है और प्रायः यह  देखा गया है कि ऐसी जगहों पर विभिन्न धर्म, समुदाय के लोग आकर बसते हैं। साथ ही किसी भी कोलियरी क्षेत्र में अभी तक कोई धार्मिक उन्माद नहीं देखा गया है। इसके साथ उन्होंने युवा पीढ़ी से सोशल मीडिया में किसी भी प्रकार की अफवाहें को हवा न देने के लिए की अपील की। बैठक में आए प्रबुद्ध जनों ने भी अपने उद्बोधन में प्रशासनिक अधिकारियों को क्षेत्र की शांति व्यवस्था के लिए आश्वस्त किया। इस दौरान *मोरवा नगर निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह* के साथ थाने का पुलिस बल मौजूद रहा।


*फैसले से पूर्व प्रशासन सतर्क,  मोरवा में निकाला फ्लैग मार्च*
अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से पूर्व प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर दिख रहा है। गुरुवार को मोरवा में जनसंवाद के बाद पुलिस बल ने भारी लाव लश्कर के साथ क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। इसी क्रम में *पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे* के मार्गदर्शन में जिले के मोरवा थाना क्षेत्र के कस्बे में पुलिस का फ्लैग मार्च निकाला गया। इस फ्लैग मार्च की कमान *नगर निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह व निरीक्षक यू पी सिंह* द्वारा संभाली गई। फ्लैग मार्च में थाने के बल के साथ अतिरिक्त पुलिस बल के जवान भी भारी संख्या में मौजूद थे।  स्थानीय लोगों ने जब पुलिस के सायरन के पीछे हथियारों से लैस जवानों को कदमताल करते हुए देखा तो वह भी सिहर गए।
पुलिस बल का यह मार्च मोरवा मुख्य बाजार, मस्जिद तिराहा, सर्किट हाउस रोड, एलआईजी कॉलोनी इत्यादि जगहों से होते हुए थाना परिसर में समाप्त हुआ।