इस गांव में रोज लगता है अंतरराष्ट्रीय जुए का फड़ स्थानीय पुलिस अनजान



-दिनेश पांडेय /सिंगरौली शहर के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों अंतरराज्जीय जुये का कारोबार बड़े पैमाने पर बेखौफ संचालित हो रहा है।अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाई नही की जा रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुये का यह कारोबार काफी लंबे समय से चल रहा है।बताते है कि कोतवाली छेत्र के उर्ती गाँव मे दो चर्चित नामचीन कारोबारी है जो बाहर से आये खिलाड़ियों से लगभग 50 हजार रूपये की राशि प्रतिदिन सट्टा जुआ खेलाने के नाम पर उनके द्वारा चिन्हित जगह का लिया जाता है।उनका कहना है कि हमे सम्बन्धित थाने को भी देना पड़ता है।जबकि स्थानीय पुलिस के अनुसार उनको इसकी कानोकान खबर तक नही है।ईधर विश्वत सूत्रों की बातो पर यकीन करें तो उक्त जगह में 20 लाख से उपर का जुआ प्रतिदिन होता है।जिसमे मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ राज्य के बिभिन्न अंचलो से आये खिलाड़ीयो द्वारा बड़े पैमाने पर अपने दाव लगाते है।यह कोई नई बात नही है।यहा जुये का पुराना अड्डा है जो लंबे समय से बराबर चला रहा है।उक्त अन्तरराज्यो से आये बड़े बड़े खिलाड़ियों द्वारा यहा लाखो का दांव लगा कड़ोरो का जुआ खेला जा रहा है।बतादे कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था इस तरह बिगड़ी है कि आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों को पुलिस का जरा भी भय नहीं है।अंचल में अर्से से चल रहे जुआ और सट्टा का यह खेल वेरोकटोक जारी है।पहले तो कभी कभार एक-दो छोटे प्रकरण बनाकर स्थानीय पुलिस अपनी खानापूर्ति कर लेती थी,लेकिन अभी फ़िलहाल एेसी किसी भी प्रकार की मुहिम को अंजाम नहीं दिया जा रहा है।इस कारण जुए के अड्डे व सट्टे की खाईवाल के हौसले बुलंद हैं।वे अपने काम को खुलेआम संचालित कर रहे हैं।ऐसे में प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि पुलिस के संरक्षण बिना इनका संचालन छेत्र में होना संभव नहीं है।स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला प्रशासन ने भी इस मामले में अभी अपनी आंखें बंद कर रखी है।शहर के आसपास के गांवों में चल रहे उक्त अवैध कारोबार से कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं और बर्बादी की कगार पर है।