गोंडा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन



गोंडा ब्यूरो पवन कुमार द्विवेदी/  गोंडा जनपद मे कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर कई स्थानो पर श्रदालुओ ने स्नान दान किया वही मेले का भी आनंद लिया ।इटियाथोक क्षेत्र मे तीन जगहो पर विशेष मेले का आयोजन हुआ जिसमे ईश्वर नंद कुट्टी ,जयप्रभा ग्राम स्थित धुसवा पोखरेपर व मनोरमा मे भव्य मेले का आयोजन हुआ जिसमे क्षेत्रीय लोगो ने मेले का लुत्फ उठाया ।इसी क्रम सबसे अधिक प्रसिद्ध मनोरमा मे मेले का आयोजन हुआ ।इस मेले मे दूर दूर से दुकाने आती है जिसमे ए टू जेड सामान मिलता है ।इस मेले मे प्रशासन की चौक चौबंद व्यवस्था रही इस मेले का जायजा लेने के लिए एसडीएम सदर ,तहसीलदार दार सदर ,नायब तहसीलदार सदर व प्रभारी निरीक्षक सहित सी आई एस एफ व प्राइवेट कंपनी सीआईए के जवान मेले की सुरक्षा व्यवस्था मे दिखाई दिए ।वही इस स्थान के बारे मे क्षेत्रवासियो से जानकारी ली गई तो उन लोगो ने बताया कि उद्ववालक मुनि की तपो स्थली जिनके तप बल से यहां मनवर नदी का उदगम हुआ ।इस नदी मे पानी कभी भी नही खत्म होता है ।लेकिन यहां एक बात इतना पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व होते हुए शासन व प्रशासन की उपेक्षा के चलते इस स्थान का महत्व कम होता जा रहा है ।वही जिस उद्ववालक मुनि की वजह इस क्षेत्र का नाम है उनका मंदिर व उसके आसपास के स्थानो पर दबंगो ने कब्जा कर लिया है ।इस बारे मे अभी तक दबंगो के कब्जे मे रही राम जानकी मंदिर व उससे संबंधित परिसम्पत्तियो पर अब नवनियुक्त सीता राम दास जी महराज से क्षेत्र वासियो व सनातन धर्मावलंबियो को बडी अपेक्षा है कि वे इस स्थान को उसका वास्तविक हक दिलाऐगे जिसकी एक अलग जगी है कि इस बार दुकान लगाने वालो से किसी भी प्रकार का शुल्क नही लिया गया । इस मेले की लाखो लोगो ने शिरकत किया वही यह मेला तीन दिन तक चलेगा ।वही सीता राम दास जी महराज साफ सफाई की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा न कराए जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर की वही कानून व्यवस्था की जमकर तारीफ भी की है ।कुल मिलाकर यह एक पौराणिक स्थल होने के बाद शासन व प्रशासन की उपेक्षा का शिकार है ।