बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में उलझते हुए राजनीतिक तार





पंकज पाराशर छतरपुर*
बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में भले ही सरकार की मुसीबतें बढ़ा दी हैं लेकिन जितनी जल्दी यह मामला मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक सुर्खियों में रहा है lवही भाजपा सागर संभाग के पूर्व संभागीय संगठन मंत्री वर्तमान में होशंगाबाद जबलपुर संभाग भाजपा का संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ एवं भाजपा सागर व चंबल संभाग के संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदोरिया से संबंधों की बात भी कबूल की है l भाजपा के दिग्गज शैलेंद्र बरुआ और केशव सिंह भदौरिया प्रत्याशियों को टिकट की लालच देकर लंबा सौदा भी करते थे l
हनी ट्रैप कांड में एसआईटी के अलावा भी मानव तस्करी के मामले को लेकर सीआईडी जांच कर रही है। सीआईडी ने मानव तस्करी के मामले में भोपाल की आरोपी महिला और छतरपुर की आरोपी महिला को अभियुक्त बनाया है। होशंगाबाद एवं जबलपुर संभाग के भाजपा संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ और सागर व चंबल संभाग के भाजपा संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदौरिया की चर्चा भाजपा के दिग्गजों को भी पता है l सूत्रों के अनुसार आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस मामले में भाजपा के रसूखदार नेता, पूर्व मंत्रियों सहित विधायकों के नाम आने से केंद्र में किरकिरी हो रही है लेकिन एसआईटी की जांच टीम ने मध्य प्रदेश में भाजपा करणहार सागर संभाग के भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री वर्तमान में होशंगाबाद और जबलपुर संभाग के भाजपा संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ सहित सागर व चंबल संभाग के भाजपा संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदोरिया को चार्जशीट में शामिल कर पूर्व मंत्रियों सहित भाजपा विधायकों को मुश्किल में डाल दिया है l ऐसे में एसआईटी द्वारा न्यायालय में पेश किए जाने वाली चार्जशीट में कई दिग्गजों और विधायकों के नाम भी शामिल होना बताए जा रहे हैं l जानकारों का कहना है कि इंटेल में इन महिलाओं के संपर्क में रहने वाले भाजपा संभागीय संगठन मंत्री शैलेंद्र बरुआ, सागर वार्ड चंबल संभाग के भाजपा संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदौरिया, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक को वर्तमान विधायक, आईएएस, आईपीएस अफसरों तथा बड़े कारोबारियों के शुरुआती जांच में वीडियो क्लिपिंग, ऑडियो रिकॉर्डिंग तथा पूछताछ में शुरू से ही नाम सामने आ रहे थे, लेकिन अब केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद एसआईटी ने दागियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है l यहां तक की आरती दयाल की ब्लैकमेलिंग का शिकार होने वाले शैलेंद्र बरूआ और केशव सिंह भदौरिया ने एसआईटी टीम को गुमराह करना शुरू कर दिया है l केंद्र सरकार के असहयोग से दागियों की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं l