माता चंद्र कौर जी के कातिलों को राजनीतिक पार्टियों के दबाव में बचाने का लगाया आरोप नामधारी संघर्ष


सुनील मिश्रा दिल्ली : पौने चार साल में नामधारी गुरु माता चन्द कौर जी के कातिलो के नहीं पकड़े जाने के कारण आज नामधारी संगत ने नई दिल्ली (जंतर-मंतर) में हज़ारो की गिनती में भारी रोष प्रदर्शन किया। राजनीतिक दबाब में आकर, माता चन्द कौर जी के
हत्यारो को जानबूझ कर गिरफ्तार नहीं करने का आरोप सी.बी.आई. और पंजाब पुलिस के ऊपर लगाए।
नामधारी माता चन्द कौर एक्शन कमेटी के प्रधान मास्टर सुखदेव सिंह द्वारा, एक गुरुद्वारा भैणी साहिब के अन्दर कत्ल हुआ
और वहाँ से एक भी व्यक्ति गिरफ्तार नही हुआ, इसका क्या मतलब ? सी.बी.आई. और पंजाब पुलिस द्वारा गुरुद्वारा भैणी साहिब के किसी भी व्यक्ति से पौने चार साल तक गिरफ्तार करके पूछताछ न करना, जांच एजेंसी के द्वारा भैणी साहब के व्यक्तियों को बचाने वाले पक्षपात को दर्शाता है। हमें भरोसा है कि नामधारी दरबार के प्रधान और कांग्रेस नेता हरविन्दर सिंह
हंसपाल (पूर्व कांग्रेस पाटी प्रधान और पूर्व सांसद) और गुरुद्वारा भैणी साहिब वालो नेअपनी पसन्द के सी बी आई जांच अधिकारी इस के लिए नियुक्ति करवाए हैं। एच.एस. हंसपाल कत्ल कांड में शामिल व्यक्तियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। जो कि इस बात से सन्देह होता है  आज तक गुरुद्वारा भैणी साहिब परिसर के अन्दर से एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं  करने दिया।
नामधारी माता चंन्दकौर एक्शन कमेटी ने, सी.बी.आई. को कांग्रेसी नेता एच.एस. हंसपाल और गुरुद्वारा भैणी साहिब प्रबंधको के प्रभाव में नामधारी गुरु माता चंन्द कौर जी के कत्ल की जााँच एक तरफा करने के दोष लगाए।
इस गुरद्वारा भैणी साहिब परिसर की किले जैसी चारदीवारी है, CCTV  कैमरा हर स्थान पर लगे हुए है, गेट पर मैटल डिटेक्टर भी है और करीब 50 हथियारबन्द पुलिस वाले और प्राइवेट सुरक्षा कर्मी हर समय तैनात रहते हैं। अगर ऐसी जगह पर कत्ल हो जाए, तो इसकी पहली जिम्मेदारी वहााँ के मालिक और प्रबंधको की होती है, पर पौनेचार साल बीत जाने के बावजूद  आजतक गुरद्वारा भैणी साहिब के एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार करके सख्ती से पूछताछ नहीं की गई। इतनी कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद भी कातिल गुरद्वारा परिसर के अन्दर घुस गए और कत्ल करके बचकर वहा से कैसे भाग गए? जिस गुरुद्वारे के अन्दर ठाकुर उदय सिंह जी (अखौती वर्तमान नामधारी मुखी) की अपनी सगी मााँ बेबे दिलीप कौर जी को जाने की आज्ञा नहीं थी, वहााँ ही उनकी ताई माता चन्द कौर जी के कातिल, उनकी आज्ञा के बिना अन्दर कैसे चले गए और कत्ल करके बाहर कैसे निकल गए।
सांगत ने प्रधानमंत्री जी से विनती की है कि आप भारत से भ्रष्टाचार खत्म करना चाहते हैं। तो फ़िर, सी.बी.आई. कांग्रेस लीडर एच. एस. हंसपाल के इशारो पर क्यो काम कर रही है? माता जी के कातिल तक पहुचने के लिए गुरद्वारा भैणी साहिब में पिछले  25 सालो के दौरान हुए अपराधो की खोज करनी ज़रूरी है. ताकि माता जी के कातिल पकड़े जाएं । भा.ज.पा. राज में कांग्रेसियो का आज भी इतना प्रभाव है कि वह ब्!. से अपराधियों को बचा लेते हैं।  क्या गुरद्वारा भैणी साहिब के लोगो को बचाने के लिए सी.बी.आई. पर भाजपा सरकार का प्रभाव है या यह भ्रष्टाचार का
नतीजा है? लगता है कि गुरद्वारा भैणी साहिब में मौजूद माता चन्द कौर जी के कातिलो को बचाने के लिए सभी पार्टिया एक जुट हैं।
सरकार चाहे किसी भी पार्टी की हो, गुरद्वारे भैणी साहिब वालो की हर सरकार में चलती है जिस कारण गुरद्वारा परिसर के अन्दर लम्बे समय से कई प्रकार की आपराधिक गतिविधियां होने के बावजूद न पुलिस और न ही प्रशासन वहां की ओर रुख करते हैं।
नामधारी माता चन्द कौर एक्शन कमेटी ने कहा है कि इसीलिए ही इस संबंध में एक विनती पत्र माननीय प्रधानमंत्री श्री
नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी को सौंप कर माता जी के कातिलो को जल्द से जल्द पकड़ने और  निश्पपक्ष जाच की मााँग की है !