नेत्रों के लिए चमत्कारिक औषधि है काजल जाने काजल बनाने की सही विधि


*नेत्रों के लिए चमत्कार*

छोटे बच्चों की आँखों में काजल ज़रूर लगाना चाहिए, काजल केवल सुंदरता ही नही बढ़ाता अपितु यह बच्चों की आँखों को सूर्य की किरणों से भी बचाता है। जिस प्रकार कार्बन पानी को साफ करने का सबसे अच्छा साधन है उसी प्रकार काजल आँखों को साफ करने का साधन है। आज आधुनिक चिकित्सा में डॉक्टर काजल लगाने को मना करते हैं ये बिलकुल उसी प्रकार है जैसे कुछ साल पहले तक डॉक्टर प्रसव के बाद नवजात बच्चे को माँ का दूध पिलाने से मना करते थे, लेकिन आज उसी दूध को पिलाने के लिए विज्ञापन दिए जा रहे हैं, काजल हमेशा घर का बना ही प्रयोग करना चाहिए, 5 वर्ष से छोटे बच्चों को नियमित काजल लगाने से उनको जीवन पर्यंत इसका लाभ मिलता है।

*काजल बनाने की विधि:*

साफ़ रुई की बत्ती को एक मिटटी के दिए में सरसों का तेल या तिल का तेल भर कर उसमें डुबोएं ,बत्ती को जला कर ऊपर से पीतल की थाली या मिटटी का कच्चा दिया इस प्रकार ढँक दे ताकि दिए को जलने के लिए ऑक्सीजन मिलती रहे रात भर दिया जल कर कार्बन थाली में चिपक जायेगा, इस कार्बन को इकठ्ठा करके किसी डिब्बी में स्टोर करें इसमें देशी घी की कुछ बुँदे मिला लें।
काजल तैयार है, इसे रोज सबकी आँखों में लगाएं, नेत्र ज्योति बढ़ेगी साथ में सुंदरता भी।