मलारना चौड़ कस्बे में मुख्य मार्ग पर जमा हुआ गंदा पानी व कीचड़, बीमारी उत्पन्न होने की की आशंका



सवाई माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। एक ओर ओर जहाँ पूरा देश कोरोना जेसी वायरस जनित महामारी का दंश झेल रहा है, वहीं गांव एवं कस्बों में गंदे पानी के भराव और कीचड़ की वजह से मौसमी बीमारियों के पनपने का  खतरा भी प्रतिपल मंडराने लगा है। ऐसी स्थिति में मौसम जनित मलेरिया ,डेंगू व चिकनगुनियां जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि  सड़कों पर फैल रहा गंदा पानी एवं नालियों में भरी पड़ी कीचड़ युक्त गंदगी से मच्छरों अन्य कीटाणुओं के पनपने का लगातार खतरा बना हुआ है। मलारना चौड़ कस्बे के अंदर से गुजर रहे कोटा- लालसोट मेगा हाईवे सड़क मार्ग पर श्री मीन भगवान मंदिर के समीप स्थित नाले की स्थिति भयावह है। इस नाले का गंदा पानी  गधा खाळ की तरफ बहता है, नाले में नाई मोहल्ला , मुख्य सड़क व मीणा हथाई आदि कॉलोनियों का पानी आता है। शुक्रवार को हुई हल्की बारिश के चलते नियमित सफाई के अभाव में नाला अवरुद्ध होने के कारण उफान खा गया। ऐसे में नाले में भरी गंदगी पानी के दबाव में मुख्य सड़क मार्ग पर आ डटी । जिसके कारण सर्वत्र गंदगी का आलम व्याप्त हो गया। गंदे पानी के भराव के चलते राहगीरों को आवागमन तक में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।हालांकि इस विषय को लेकर ग्राम पंचायत प्रशासन ने कस्बे में  नियमित सफाई की बात कही है, लेकिन इस जगह उनके दावे फेल होते हुए दिखाई दे  रहे है। क्योंकि कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते लोक डाउन की स्थिति में कोई भी सफाई कर्मी सफाई करने को तत्पर नहीं है। ऐसे में जरूरी है, की मौसमी बीमारियों के प्रकोप को फेंलने से रोकने हेतु प्रशासन द्वारा साफ-सफाई की कार्यवाही बतौर वैकल्पिक व्यवस्था अमल में लाई जानी चाहिए। ताकि गंदे पानी और कीचड़ भरी गंदगी से लोगों को निजात मिल सके,और आवागमन में सहूलियत के साथ-साथ स्वास्थ्य भी सुरक्षित बना रहे।