श्रम कानून में हुए संसोधन को लेकर श्रमिक विकास संगठन SVS ने किया एक दिवसीय उपवास

नई दिल्ली -श्रमिक विकास संगठन SVS उत्तर प्रदेश ने श्रम कानून में हुए संसोधन को लेकर एक दिवसीय उपवास कर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है इसके तहत श्रमिक विकास संगठन के नेताओ ने अपने अपने घरों से विरोध दर्ज कराया SVS के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व यूपी प्रभारी श्री बृजेश तिवारी ने कहा कि  8 मई 2020 को उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा श्रम कानून के 38 में से 35 कानून को 3 साल के लिए स्थगित कर दिया गया था करोड़ों मजदूर सड़क पर और ट्रेन में भूख प्यासा मर रहा है, और उत्तर प्रदेश की मजदूर विरोधी सरकार, अपने पूँजीपति दोस्तों के हितों और दूसरे उद्योग धंधों को आकर्षित करने के लिए मजदूरों का शोषण करने की तैयारी कर चुकी है। 
 पूरे देश में विरोध होने के बाद एक कानून संशोधन वापस लिया गया ( 12 घंटे काम करने की जगह पुनः 8 घंटे/ दिन कर दिए गए काम के)
श्रमिक विकास संगठन के द्वारा लगातार पूरे देश में इस श्रम विरोधी कानून संशोधन अधिनियम का विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में आज 1/06/2020 को श्रमिक विकास संगठन के सदस्य पूरे देश में उपवास रख कर इस श्रम कानून का विरोध कर रहा है। 
और इस श्रम विरोधी कानून संशोधन अधिनियम को वापस लेने की मांग लॉक डाउन के सभी नियमों का पालन करते हुए अपने अपने घरों से कर रहे है।

SVS का यही प्रयास ,श्रमिक विकास श्रमिक विकास
SVS के एक दिवसीय उपवास के तहत श्रमिक विकास संगठन के गौतमबुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष रामजी पांडे ने भी लॉक डाउन का पालन करते हुए एक दिवसीय उपवास किया ।