इस मंत्र से करें भगवान गणेश की पूजा, हर दुख होगा दूर-के सी शर्मा



हिंदू धर्म में कोई भी पूजा पाठ या शुभ काम बिना गणेश भगवान  की पूजा कर या आरती उतारे शुरू नहीं की जाती. गणपति जी को प्रथम पूज्य देवता की उपाधि प्राप्त है. इसलिए हर शुभ कार्य में सबसे पहले उन्हें याद किया जाता है. हिन्दू धर्म में सप्ताह का हर दिन खास है और उसका अलग महत्व है. बुधवार का जहां बुध ग्रह से संबंध माना जाता है. वहीं शास्त्रों में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा कर उनकी कृपा पाई जा सकती है. मान्यता के अनुसार, बुधवार के दिन विध्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा करने से विशेष लाभ होता है.

इस दिन 'गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः' मंत्र के जप करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी हो जाती है. गणेश जी का श्रृंगार सिंदूर से ही किया जाता है, इससे लोगों की समस्त परेशानियां दूर होती हैं. आइए आपको कुछ उपायों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपनाने से सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और धन की प्राप्ति होती है, यदि इन उपायों को बुधवार के दिन किया जाए तो अच्छे फल की प्राप्ति होती है. साथ ही बुधवार को गणेश चालीसा का पाठ भी जरूर करें.

बुधवार को क्या करें
बुधवार के दिन एक अमरूद का पौधा लेकर भगवान गणेश के सामने रखें. श्रीगणेश के चरणों में देसी घी का दीपक जलाएं. इसके बाद उस अमरूद के पौधे को किसी मिट्टी के गमले में लगा दें और उसकी देखभाल करें. जब इस पौधे पर पहला फल आए तो उस फल को भगवान गणेश को अर्पित कर दें. माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान गणेश सभी दुख दूर करते हैं. इसके अलावा समय के साथ साथ सभी कष्ट धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं. इस अमरूद के पौधे को भगवान गणेश के सामने रखकर 'गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः' मंत्र का जाप भी करें.

जरूर करें ये उपाय
भगवान गणेश को घी और गुड़ का भोग लगाना चाहिए. भोग लगाने के बाद घी-गुड़ गाय को खिला देनी चीहिए. ऐसा करने से घर में धन व खुशहाली आती है. अगर घर में नकारात्मक शक्तियों का वास है, तो घर के मंदिर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना जरूर करनी चाहिए. मान्यता है कि इससे सभी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश होता है. बुध ग्रह खराब चल रहा तो किसी मंदिर में जाकर हरा मूंग दान करें. इससे बुध ग्रह का दोष शांत होता है. बुधवार के दिन सुबह स्नान कर गणेश जी को दूर्वा की 11 या 21 गांठ अर्पित करें. ऐसा करने से कार्यों के जल्द ही शुभ फल मिलने लगेंगे.