संकष्टी चतुर्थी : सर्वार्थ सिद्धि योग में करें भगवान श्री गणेश की पूजा जाने कैसे -पंडित हेमराज शास्त्री

सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी  मनाई जाती है। भादो महीने में पूर्णिमा के बाद पड़ने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन श्रीगणेश की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। संकष्टी चतुर्थी को कष्ट, रोग और दुख हरने वाली चतुर्थी माना जाता है।

संकष्टी चतुर्थी के दिन बन रहा शुभ संयोग


संकष्टी चतुर्थी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं। शुक्रवार के दिन के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। हिंदू धर्म मान्यताओं के अनुसार, शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का महत्व बढ़ जाता है। कहते हैं कि सर्वार्थ सिद्धि योग में श्रीगणेश की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति और मनचाहा वरदान भी प्राप्त होता है। 

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संकष्टी चतुर्थी का महत्व


मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन श्रीगणेश की पूजा करने से विशेष वरदान प्राप्त होता है। जबकि व्रत रखने से परिवार के सदस्यों के बीच आपसी सौहार्द बढ़ता है। कहते हैं कि अगर किसी मनुष्य के जीवन में रुकावट या बाधाएं आ रही हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दही अर्पित करना चाहिए। जिससे बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं।