बाढ़ में नर्मदा में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना ने संभाला मोर्चा

रायसेन.जिले में बरेली से 40 किमी दूर गाडरवास पंचायत के गांव भौंती नर्मदा के पानी से घिर गया। इस गांव में रहने वाले 85 लोग बाढ़ के पानी से घिर गए। नर्मदा का पानी बढ़ने लगा तो गांव के लोगों को घर की छत पर ही मचान बनाकर दो दिन तक गुजारने पड़े। जब यह जानकारी प्रशासन को लगी तो सेना की मदद से ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से बचाकर लाया गया है। रायसेन में नर्मदा पट्टी के करीब 40 गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। जहां पर लोगों को निकाला जा रहा है। हालांकि बारिश थमने के बाद अब नर्मदा का पानी भी उतरने लगा है, जिससे थोड़ी राहत मिली है।
ग्रामीण को बचाने के लिए रेस्क्यू आपरेशन सुबह 10.30 बजे प्रारंभ हुआ है। बरेली नगर में बने हेलीपेड से हेलीकाप्टर बार-बार उडान भर रहा है और भौती गांव पहुंच कर वहां से ग्रामीणों को यहां पर ला रहा है। हैलीपेड से ग्रामीणों को सीधे अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, ताकि उनका इलाज और जांच हो सके। भौंती गांव के राम सिंह ने बताया कि चार दिन से नर्मदा नदी का पानी बढ़ रहा है। परसों तो उनके घर डूबने लगे, ऐसी स्थिति में गांव के लोगों ने मकान की छतों पर दिनरात गुजारे। मकान की छत पर तक मचान बनानी पड़ी, तब कहीं जाकर वे बच पाए हैं। एक बार में 10 से 12 लोगों को हेलीकाप्टर से लाया जा रहा है।
यहां पर सेना के ट्रक भी बुलाए गए हैं, जिसमें रेस्क्यू करके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
नर्मदा नदी से लगे गांवों की स्थिति है ज्यादा खराब
नर्मदा किनारे बसे गांवों में स्थिति ज्यादा खराब है, जहां पर बाढ़ का पानी घुसने से प्रशासन द्वारा 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सेना का रेस्क्यू जारी है और नर्मदा पट्टी के दूसरे गांवों में भी बाढ़ में घिरे लोगों को निकाला जा रहा है।