NOIDA:आम जनता के ज्वलंत मुद्दों को लेकर माकपा कार्यकर्ता उतरे सड़कों पर जगह-जगह किए विरोध प्रदर्शन- गंगेश्वर दत्त शर्मा "माकपा नेता"

नोएडा, आपदा को मनमानी के अवसर में बदलती मोदी सरकार के खिलाफ एवं आम जनता के ज्वलंत मुद्दों को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की केंद्रीय कमेटी ने 20 से 26 अगस्त 2020 तक पूरे देश में देशव्यापी विरोध सप्ताह मनाने का ऐलान किया है। इसी के तहत सीपीआई(एम) की गौतम बुध नगर कमेटी द्वारा जनता के ज्वलंत मुद्दों से संबंधित 16 सूत्री मांगों को लेकर नोएडा के अलग-अलग हिस्सों में व्यापक अभियान चलाया और  विरोध सप्ताह के समापन पर पार्टी द्वारा 26 अगस्त 2020 को शहर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए सेक्टर 8 नोएडा बांस बल्ली मार्केट तिराहे पर सीपीआईएम नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा, भीखू प्रसाद, भरत डेंजर, हरकिशन सिंह, पारस गुप्ता, विजय गुप्ता, जनवादी महिला समिति के नेता चंदा बेगम, सीटू नेता रामसागर, रेहडी पटरी की नेता पूनम देवी, मंजू राय, गणेश कुमार, रामदीन आदि के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया।
यूसुफपुर चक सबेरी ग्रेटर नोएडा में माकपा नेता नरेंद्र पांडे, मिथिलेश गुप्ता के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया।
ग्रेटर नोएडा में कई गांवों में माकपा नेता डॉ रुपेश वर्मा, किसान सभा के नेता सूबेदार धर्म सिंह, ब्रह्मपाल सिंह, वीर सिंह नेताजी, रणवीर मास्टर, ब्रजवीर भाटी, अजय सिंह, भगवत, जय वीर आदि के नेतृत्व में  विरोध सभा की गई।
बरौला सेक्टर 49 नोएडा में माकपा नेता लता सिंह, रामस्वारथ, गंगेश्वर दत्त शर्मा, प्रदीप, रेखा, गुड़िया देवी, हरी गुप्ता गीता शर्मा, मधु शर्मा, मंजू शर्मा आदि के नेतृत्व में जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। तथा इसी तरह अन्य कई जगह पर भी विरोध प्रदर्शन किए गए जिसमें आम जनता ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर सीपीआईएम गौतमबुद्धनगर जिला कमेटी के नेता एवं सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बिना किसी तैयारी के एक तरफा अचानक लॉकडाउन के कारण, आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ हुआ है सैकड़ों लोगों की प्राण गए ,करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई ,जानता आज भुखमरी से कराह रही है। और सरकार किसी तरह की सहायता नहीं कर रही है । इसके उलट सरकार 'कोरोना संकट' को अवसर रूप में देख रही है। और सारे जनविरोधी काम कर रही है। आजादी के बाद से आम जनता की मेहनत की गाढी खून पसीने की कमाई से तैयार सार्वजनिक संपत्ति को अपने पूंजीपति दोस्तों को मिट्टी के मोल बेच रही है।श्रम कानूनों में मजदूर  विरोधी बदलाव किए जा रहे हैं या उन्हें स्थगित किया जा रहा है, जनवाद, धर्मनिरपेक्षता एवं जनता की आजीविका पर हमले हो रहे हैं, रेहड़ी पटरी पर वेंडरों को कार्य नहीं करने दिया जा रहा है जिसका जोरदार विरोध सीपीआईएम पूरे देश में कर रही है और आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र होगा।