जानिए दिल को दुरुस्त रखने के 10 आसान टिप्स TNI

WHO की रिपोर्ट:tap news india deepak tiwari दुनिया में हर साल 20 लाख लोगों की मौत तम्बाकू से होने वाले हृदय रोगों से हो रही, एक्सपर्ट से जानिए दिल को दुरुस्त रखने के 10 आसान टिप्स
सिगरेट और तम्बाकू फेफड़े ही नहीं हार्ट भी डैमेज कर रहे हैं। तम्बाकू के कारण होने वाले हृदय रोगों से हर साल दुनियाभर में 20 लाख लोगों की मौत हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में यह आंकड़ा जारी किया है। रिपोर्ट कहती है, हृदय रोगों से होने वाली हर पांचवी मौत की वजह तम्बाकू है। साल दर साल इसके मामले बढ़ रहे हैं।
रिपोर्ट की 5 बड़ी बातें जो अलर्ट करती हैं
1. कोरोनरी हार्ट डिसीज में 20 फीसदी मौतों की वजह तम्बाकू
WHO की रिपोर्ट कहती है, कोरोनरी हार्ट डिसीज से होने वाली मौतों में से 20 फीसदी मौतें तम्बाकू के अधिक सेवन के कारण हो रही हैं। सिगरेट और तम्बाकू के कारण हृदय रोगियों की संख्या बढ़ रही है।
2. तम्बाकू छोड़ते ही खतरा 50 फीसदी तक घट जाता है
वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के टोबैको एक्सपर्ट ग्रुप के हेड डॉ. एजुआर्डो बियांको का कहना है कि अगर आप तम्बाकू और सिगरेट छोड़ते हैं तो हृदय रोगों का खतरा 50 फीसदी तक घट जाता है। धुएं से दूर होते ही हृदय और फेफड़े में जमने वाले टार में कमी होने लगती है।
3. ई-सिगरेट भी है खतरनाक
कई लोग समझते हैं कि ई-सिगरेट से कोई खतरा नहीं है लेकिन यह गलत है। डॉ. एजुआर्डो के मुताबिक, ई-सिगरेट खतरनाक है। यह ब्लड प्रेशर को अनियंत्रित कर देती है और इसके बढ़ने के साथ जान का जोखिम बढ़ता जाता है।
4. कोरोनाकाल में खतरा और भी ज्यादा
अब तक कई रिसर्च में भी साबित हो चुका है कि हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों से जूझ रहे लोग कोरोना के हाई रिस्क जोन में हैं। अगर ऐसे मरीजों में संक्रमण होता है तो मौत का खतरा ज्यादा है। WHO के सर्वे के मुताबिक, इटली में मरने वाले ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर या हृदय रोगों से जूझ रहे थे।
5. दूसरे की सिगरेट से कश लेने की गलतफहमी भी खतरनाक
WHO की रिपोर्ट कहती है, दुनियाभर में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है जो दिन में एक सिगरेट पीते हैं या किसी दूसरे की सिगरेट से कश लगाते हैं। इन्हें लगता है कि इससे खतरा कम हो जाता है। यह गलतफहमी है। यही वजह है कि हार्ट और लंग्स से जुड़ी बीमारियां युवाओं को कम उम्र में ही घेर रही हैं।
दिल को स्वस्थ रखने के 10 आसान तरीके
गेहूं की रोटी की जगह बाजरा, ज्वार या रागी अथवा इनका आटा मिलाकर बनाई रोटी खाएं। ब्रिटिशर्स के आने से पहले हम यही खाते थे। ये दिल के लिए ज्यादा फायदेमंद हैं। आम, केला, चीकू जैसे ज्यादा मीठे फल कम खाएं। इनके बजाय पपीता, कीवी, सेवफल, संतरा जैसे कम मीठे फल खाएं।
हर दिन चार किमी तेज चहलकदमी करें। यह इतनी तेज होनी चाहिए कि आप 30 से 35 मिनट में चार किमी कवर कर सकें। इसमें आपकी हार्ट रेट कम से कम सामान्य से डेढ़ गुनी होनी चाहिए। इससे पूरा कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम स्वस्थ रहेगा।
तली हुई और मीठी चीजों को भले ही पूरी तरह अवॉइड न करें, लेकिन कम जरूर करें। अगर आपने एक गुलाब जामुन खा लिया है तो फिर कम से कम एक सप्ताह तक और कोई मीठी चीज न खाएं या चाय में चीनी की मात्रा कम करके उसकी भरपाई करें।
सप्ताह में पांच दिन 45 मिनट तक कसरत करें (वॉकिंग भी करेंगे तो और बेहतर रहेगा)। इससे वजन को काबू में कर सकेंगे। दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह मोटापा है। फिटनेस को इस स्तर पर लाने का प्रयास करें कि सीधे खड़े होने पर जब आप नीचे नजरें करें तो बेल्ट का बक्कल दिखे।
एक व्यक्ति का जो भी आदर्श वजन होना चाहिए, उससे 10 प्रतिशत से ज्यादा न हो। 10 प्रतिशत से जितना ज्यादा वजन होगा, दिल की बीमारियां होने की आशंका उतनी ही बढ़ जाएगी। आदर्श वजन मास बॉडी इंडेक्स से निकाला जा सकता है।
धूम्रपान पूरी तरह छोड़ दें। लगातार धूम्रपान करने से उसका धुआं धमनियों की लाइनिंग को कमजोर करता है। इससे धमनियों में वसा के जमा होने की आशंका और भी बढ़ जाती है। इसी तरह अल्कोहल का कम से कम सेवन करें। छोड़ देंगे तो आपके लिए सबसे बेहतर रहेगा।
रोजाना रात को कम से कम 7 घंटे सोएं, 8 घंटे सोएंगे तो और बेहतर रहेगा। जल्दी सोएं और जल्दी उठें। रात 10 से सुबह 6 बजे तक सोने का आदर्श समय है। इससे शरीर नाइट साइकिल में बेहतर आराम कर सकेगा। दिल को भी पूरा आराम मिलेगा।
सभी तरह का खाना खा सकते हैं, लेकिन लिमिट में। जितनी भूख है, उससे 20 फीसदी कम खाएं। घर में वजन मापने की डिजिटल मशीन रखें। रोजाना सुबह के समय वजन चेक करें। अगर कल की तुलना में वजन ज्यादा है तो उसे आज ही खाने से या व्यायाम से मेंटेन करें। कल पर न छोड़ें।
अगर वॉकिंग या कसरत करने का समय नहीं मिल पा रहा है तो भी दूसरे तरीके से कैलोरी बर्न कर सकते हैं। रुटीन के दौरान हल्के-फुल्के व्यायाम करें। जैसे चाय बना रहे हैं तो उस समय 4-5 मिनट में हल्की-फुल्की वर्जिश कर लें।
अगर आपको एक-डेढ़ किमी दूर जाना है और आपके पास समय है (अधिकांश केवल खराब समय प्रबंधन के कारण ही समय नहीं निकाल पाते) तो पैदल ही जाइए और पैदल ही आइए। दिल के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। तीन मंजिल तक रहने वाले लोग पैदल ही सीढ़ियां चढ़ें और उतरें।