सत्ता के अहंकार में गरीबों का शोषण करती सरकार

गाजियाबाद नंद ग्राम वार्ड नंबर 6 शांति नगर जो कि लगभग 22 साल पुरानी कॉलोनी है जो कि पहले किसानों की भूमि थी उनके द्वारा काटी गई यहां लगभग 500 से 600 पक्के मकान हैं जो कि लोगों ने अपने मेहनत की एक-एक पाई जोड़ कर ली है लोगों के पास अपनी जमीन की पक्की रजिस्ट्री और दाखिला खारिज भी है निगम द्वारा यहां पक्की सड़कें समय-समय पर बनाई जाती रही हैं नालियों का कार्य भी होता रहा है यहां बिजली पानी की लाइन सीवर की लाइन आदि सभी सुविधाएं नगर निगम द्वारा दी गई हैं लोग यहां हाउस टैक्स जमा करते हैं अधिकतर लोगों को सरकारी व गैर सरकारी बैंकों द्वारा लोन भी प्राप्त है लोगों के यहां राशन कार्ड बने हुए हैं वोटर कार्ड हैं आधार कार्ड हैं और वह अपने वोट का इस्तेमाल भी करते हैं वोट भी डालते हैं,
अब अचानक नगर निगम ने यह पूरी कॉलोनी अवैध घोषित कर दी है दिनांक 18/09/2020 को रात करीब 9:00 बजे कुछ मकानों पर निगम द्वारा नोटिस लगा दिया गया और  19/09/2020 को सुबह 10:00 बजे नगर निगम और क्षेत्रीय पुलिस द्वारा कुछ मकानों को गिरा दिया गया विरोध करने पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की गई जिसमें कुछ लोगों के चोट भी आई और सदमे के कारण एक व्यक्ति जो कॉलोनी के निवासी थे उनकी मृत्यु हो गई हमने सभी जगह गुहार की पर हमारी मदद को कोई नहीं आया हमने मंत्री जी श्री आदित्य योगी नाथ जी के यहां तब पत्रों द्वारा खबर पहुंचाई पर उनका भी कोई जवाब नहीं मिला पता करने पर पता चला कि यहां बीजेपी सरकार का कोई प्रोजेक्ट पूरा होना है जिसके चलते उन्हें जमीन की जरूरत है और बीजेपी सरकार नहीं चाहती कि हम गरीबों को की मदद की जाए
अब 9/10/2020 को फिर से एक नोटिस नगर निगम द्वारा कॉलोनी वालों को दिया गया है ।