शर्दी का वार:deepak tiwari

रायपुर.पुडुचेरी और मरक्कानम के बीच समुद्र तट से टकराए निवार चक्रवात कमजोर जरूर पड़ गया है, लेकिन उसका प्रभाव छत्तीसगढ़ में जारी है। रायपुर सहित प्रदेशभर में आसमान में गुरुवार से ही बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही हैं। देर रात रायपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। दिन के तापमान में 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है।
कवर्धा में देर रात करीब 11 बजे जोरदार बारिश हुई। करीब एक घंटे तक पानी बरसता रहा। इसके बाद सुबह भी हल्की बारिश हुई है।
निवार चक्रवात हर 6 घंटे में कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। ऐसे में प्रदेश में बादल छाए हुए हैं और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है। शुक्रवार को पूरे दिन मौसम ऐसे ही बना रहेगा। जबकि शनिवार और रविवार को सुबह धुंध और हल्का कोहरा रह सकता है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आएगी।
बादलों के बाद ठंडी हवाओं ने लोगों की कंपकपी छुटा दी है। दिन में भी लोग सड़क किनारे अलाव तापते रहे। यह फोटो बिलासपुर की है।
दक्षिण से गर्म और उत्तर-पश्चिम से आ रही ठंडी हवाओं के चलते छाए बादल
मौसम विभाग के अनुसार, निवार चक्रवात शुक्रवार को उत्तर तमिलनाडु के ऊपर स्थित है। यह कमजोर पड़कर चक्रवात के रूप में परिवर्तित हो गया है। इसके अगले 6 घंटे में गहरा अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण दक्षिण से गर्म और नमी युक्त हवा आ रही है जबकि उत्तर से पश्चिमी हवा आ रही है। विपरीत गुण के हवा के मिलन से बादल छाए हुए हैं।
पेंड्रा रोड पर सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यह इलाका प्रदेश के सबसे ठंडे इलाकों में शामिल हैं। इससे सटे गौरेला में गुरुवार रात और फिर सुबह भी बारिश हुई।
बिक्री से पहले ही किसानों को नुकसान
बारिश के चलते सबसे ज्यादा परेशानी का सामना किसानों को करना पड़ रहा है। खलिहान में रखी धान की फसल भीग गई है। सरगुजा संभाग में कई जगहों पर खुले में धान रखे जाने और भीगने की भी सूचनाएं आ रही हैं। प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी होनी है। इसे देखते हुए किसानों ने धान कटाई के बाद फसल को एकत्र कर खेत में ही छोड़ दिया था। अचानक हुई बारिश से धान भीग गया है।