फ्रांस के आतंकी हमले को जायज बताने वाले मुनव्वर राणा पर केस, बोले- न दलबदलू हूं ना बयान बदलू deepak tiwari

लखनऊ.फ्रांस में हुए आतंकी हमले पर विवादित बयान देने के मामले में शायर मुनव्वर राणा पर FIR दर्ज हुई है। लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार पांडेय ने नफरत फैलाने, शांति भंग और IT एक्ट में केस दर्ज करवाया है। वहीं, बेटी सुमैया ने कहा कि पापा अपनी बात पर अडिग हैं, वे पीछे नहीं हटेंगे।
मुनव्वर राणा बोले- बयान पर कायम रहूंगा
मुनव्वर राणा ने कहा- मैं अपने बयान पर कायम रहूंगा। कत्ल जूनून में होता है। मैं न दल बदलू हूं, न बयान बदलू हूं। जिसने कार्टून बनाया उसने बुरा किया, लेकिन जिसने कत्ल किया उसने और बुरा किया।
राणा ने फ्रांस में 16 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले को सही ठहराते हुए कहा था, "हमला करने वाले की जगह मैं होता तो भी ऐसा ही करता। किसी को इतना मजबूर न करो कि वह कत्ल करने के लिए तैयार हो जाए। मोहम्मद साहब का कार्टून बनाकर हमलावर को कत्ल करने के लिए मजबूर किया गया। अगर कोई भगवान राम का विवादित कार्टून बनाएगा तो मैं उसका भी कत्ल कर दूंगा।"
‘पैगम्बर का कार्टून बनाना गुनाह है’
सुमैया कहती है, ‘मुकदमे के बाद पापा का कहना है कि किसी भी हाल में न तो अपनी बात से पीछे हटेंगे। न हम बेल के लिए जाएंगे। अगर सरकार चाहती है कि मुझे जेल भेजा जाए तो बेशक मुझे जेल में डाल दे। वह अपनी बात पर अडिग है। उनका मानना है कि सिर कलम करना गुनाह है तो पैगम्बर का कार्टून बनाना उससे भी बड़ा गुनाह है। क्योंकि आपने किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।’
राणा ने मोदी सरकार पर भी निशाना साधा था
राणा ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा करने पर प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "ये राफेल की दरकार है, जो उन्हें ऐसा बयान देना पड़ा।"
राणा ने ये भी कहा था, "मुसलमानों को चिढ़ाने के लिए फ्रांस में विवादित कार्टून बनाया गया। दुनिया में हजारों साल से ऑनर किलिंग होती है, अखलाक मामले में क्या हुआ, लेकिन तब किसी को तकलीफ नहीं हुई। किसी को इतना मजबूर न करो कि वह कत्ल करने पर मजबूर हो जाए।"
फ्रांस में क्या हुआ था?
पेरिस के पास कॉन्फ्लांस सेन्ट होनोरिन इलाके में एक टीचर ने पिछले महीने क्लास में पैगम्बर मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाया था। इसके बाद हमलावर ने 16 अक्टूबर को टीचर की हत्या कर दी थी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इस घटना को इस्लामी आतंकवाद करार दिया था। हमलावर को पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था।