रक्षा मंत्री व कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद चिल्ला बार्डर खुला दिल्ली नोएडा आने-जाने वालों को होगी आसानी

नोएडा-दिल्ली का चिल्ला बॉर्डर को रात 11 बजे खोल दिया गया है। ये कवायत चिल्ला बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों के पदाधिकारियों की  शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद हुई है। मुलाक़ात के दौरान किसानों ने अपनी 18 मांगों को रखा था। किसानों को मांगों के संबंध में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।

पुलिस और किसान मिल कर नोएडा-दिल्ली का चिल्ला बॉर्डर पर लगे बैरिकेटिंग को को हटाया और  शनिवार देर रात पूरी तरह से खोल दिया गया। देर रात करीब दस बजे नोएडा से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर लगे आधे बैरीकेड हटाए गए थे, रात 11 बजे इस मार्ग पर लगे सभी बैरीकेड हटा दिए गए, जिसके बाद दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों ने इस मार्ग का प्रयोग शुरू कर दिया। अबतक दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों को डीएनडी और कालिंदी कुंज होकर जाना पड़ रहा था। दिल्ली से नोएडा की तरफ आने वाला मार्ग पहले से खुला हुआ था।

चिल्ला बार्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया की नोएडा-दिल्ली का चिल्ला बॉर्डर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उन्होंने हमें बुलाया था जिसमे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजब सिंह कसाना, प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बी पी सिंह, जिला अध्यक्ष राजीव नागर के साथ राजनाथ सिंह की कोठी पर हम गए वहां पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी थे। दोनों लोगों ने हमारा यह ज्ञापन लिया और  ज्ञापन को पढ़कर ज्ञापन को जेनुइन बताया। उन्होने कहा की इसमें कोई समस्या ऐसी नहीं है जो दिक्कत करें । लेकिन यह ज्ञापन हम प्रधानमंत्री से मिलकर ही पूरा कर पाएंगे । उन्होंने कहा धरना हटा दो हम आपको 10 दिन में 15 दिन में बुलाएंगे इसके बाद फैसला ले लिया गया कि चिल्ला बॉर्डर से प्रदर्शन को खत्म कर दिया गया और बॉर्डर के दोनों सड़कों को खोल दिया गया है। 
बाइट : भानु प्रताप सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष बीकेयू (भानु) 
  
किसान आयोग के गठन का आश्वसन मिलने के बाद किसान संतुष्ट है, हालांकि बीकेयू (भानु) किसानों में एक धड़ा  ने अपना धरना जारी रखने की बात कही है। भारतीय किसान यूनियन (भानु) जिलाध्यक्ष राजीव नागर ने बताया कि किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। रविवार सुबह 11 बजे महापंचायत होगी, जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी। किसान अपना धरना प्रदर्शन पास के ही एक पार्क में जारी रख सकते हैं। जिस जगह पर किसान धरना दे रहे थे, वहां रामायण पाठ चल रहा है।
पत्रकार विक्रम