एक हुए हरियाणा के दो राजनैतिक घराने:deepak tiwari

यमुनानगर/डबवाली.इंडियन नेशनल लोकदल नेता अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे अर्जुन की शादी हो गई है। सोमवार को वे यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह संधू की बेटी जैसमीन के साथ परिणय सूत्र में बंध गए। शादी समारोह का आयोजन यमुनानगर और अंबाला में हुआ। इस दौरान सीएम मनोहर लाल समेत कई हस्तियों ने पहुंचकर नवविवाहित जोड़ी को आशीर्वाद दिया।
इस तरह से हुआ फंक्शन का प्रबंधन...
बताते चलें कि पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके ओम प्रकाश चौटाला के बेटे डॉक्टर अजय सिंह चौटाला जेबीटी भर्ती घोटाले में सजा काट रहे हैं। इन दोनों के अलावा छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया गया है। कांग्रेस नेता शमशेर सिंह सुरजेवाला की शिकायत पर 26 मार्च 2010 को सीबीआई ने आरोप पत्र दायर कर 6.09 करोड़ रुपए की कथित संपत्ति होने की बात कही थी।
पिछले साल ED ने जब्त की 3.68 करोड़ की संपत्ति
अप्रैल 2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चौटाला की 3 करोड़ 68 लाख रुपए की संपत्ति जब्त कर ली थी। जब्त की गई संपत्ति में तेजाखेड़ा स्थित पुश्तैनी फार्म हाउस के अलावा एक फ्लैट, एक प्लॉट और जमीन शामिल हैं। फिलहाल यह मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है और पिछले सप्ताह ही इसमें नया मोड़ आया था।
दरअसल, ED के अपीलीय ट्रिब्यूनल ने ओम प्रकाश चौटाला को पोतों की शादी के लिए गांव तेजाखेड़ा स्थित फार्म हाउस में बनी कोठी देने की अनुमति दे दी थी। ट्रिब्यूनल ने 18 नवंबर को ED को आदेश दिया था कि वह सील की गई कोठी को 23 नवम्बर तक ओम प्रकाश चौटाला को सौंप दें। इसके खिलाफ ED ने दोबारा हाईकोर्ट में याचिका दायर करके इस आदेश को रद्द करने की मांग की। 23 नवंबर को हाईकोर्ट ने ट्रिब्यूनल के ऑर्डर को रद्द कर दिया। इसी के चलते उनके पोते अर्जुन चौटाला की शादी का समारोह अंबाला और यमुनानगर में प्लान करना पड़ा।
सोमवार दोपहर करीब 12 बजे तेजाखेड़ा फार्म हाउस से लग्जरी बसों में बारात रवाना हुई। शाम को जग्गी सिटी सेंटर में बारात पहुंची। इसके बाद रात को मुख्य कार्यक्रम यमुनानगर के फैजपुर फार्म में हुआ। इससे पहले बीती 27 नवंबर को अर्जुन के बड़े भाई कर्ण सिंह चौटाला की शादी दिल्ली निवासी ऐश्वर्या के साथ गुरुग्राम में हुई थी।
यह है रिश्ते की नींव
18 जुलाई 2019 को तेजाखेड़ा फार्म में दोनों की सगाई हुई थी। अर्जुन चौटाला ग्रेजुएट हैं तो वहीं जैसमीन कौर एमबीबीएस हैं। दोनों परिवार राजनैतिक तौर पर वर्षों से एक-दूसरे से जुड़े हैं। दिलबाग के दादा पहलवान ठाकुर सिंह के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल के साथ मधुर संबंध थे। जबकि दिलबाग के पिता बिशा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के नजदीकी थे। दिलबाग सिंह तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। वर्ष 2009 में इनेलो की टिकट पर यमुनानगर से विधायक रहे हैं। अर्जुन-जैसमीन की शादी के साथ ही दोनों परिवारों के राजनैतिक रिश्ते पारिवारिक रिश्ते में बदल गए।