श्रमिक विकास संगठन नेता रामजी पांडे किसानों के समर्थन में पहुंचे बार्डर new delhi

नई दिल्ली - जहां एक ओर केंद्र सरकार व मीडिया लोकसभा में मनमाने ढंग से पास किये गए तीनो बिल को सही साबित करने में जुटी है  तो वहीं दूसरी ओर   किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। सरकार के अड़ियल रवैये को देखते हुए किसान अब पीछे हटने को कतई तैयार नहीं दिख रहे हैं  इन बिलों को लेकर  सरकार लगातार कटघरे में  दिख रही है यही वजह है की किसान यूनियन  श्रमिक विकास संगठन के नेता मंच से लोगों को आंदोलन में शामिल होने की अपील करते दिख रहे हैं। इस बीच किसानों को समर्थन देने कई पंजाबी कलाकार और कवि भी पहुंच रहे हैं, जिससे यहां सिंधु बॉर्डर पर पर किसानों का जमावड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है  मिली जानकारी के अनुसार किसानों का केंद्र सरकार की ओर से बातचीत का प्रस्ताव भी दिया गया था, लेकिन पिछली बार भी कोई सहमति नहीं बन पाई थी  हालांकि सरकार नेे फिर सेे किसानों के साथ बैठने का मन बना लिया है और इसके लिए 4 तारीख का दिन निश्चित किया है लेकिन अभी तक  किसानों का धरना लगातार जारी है उनका साथ देने के लिए  अब तो श्रमिक विकास संगठन भी मैदान में उतर चुका है  जिसके तहत  श्रमिक  विकास संगठन के जिलाध्यक्ष रामजी पांडे भी वहां दल बल के साथ पहुंच चुके हैं श्रमिक विकास संगठन के कार्यकर्ता किसानोंं के खाने पीने की व्यवस्था करनेे में लगातार उनका साथ देे रहे  श्रमिक नेता रामजी पांडे  ने पहले तो इस मुद्दे पर मीडिया से बात करनेे के साफ इनकार कर दिया लेकिन काफी मान मनोबल के बाद वह मीडिया से बात करनेे को राजी हो गए उन्होंने  कहा कि किसान मजदूर हमेशा से भाई भाई  रहे है। इसलिए जब जब जरूरत पड़ी है  हम ने एक दूसरे की मदद की है और आगे भी करते रहेंगे उन्होंनेे कहा जब एक ओर देश भर में तीनो  कानून का लगातार विरोध हो रहा है तो उसके बावजूद भी केंद्र सरकार अपने अहंकार में चूर है  यह समझ नहीं आ रहा  कि यह सरकार  जनता की है या उद्योगपतियों की जो सत्ता के मद में चूर होकर  लगातार किसानो, मजदूरों  व आम नागरिकों का उत्पीड़न कर रही  है। सत्ता में बैठे नेताओं  को यह समझना चाहिए यह जनता है जब यह आपको सिंहासन पर बैठा  सकती है तो उतार कर सड़क पर भी ला सकती है ।