आंदोलन के 90 दिन:19 दिन में प्रदेश में 10 महापंचायतें

 deepak tiwari 
कुंडली बॉर्डर.दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आंदोलन के शुक्रवार को 90दिन पूरे हो गए। 28 दिन से तो सरकार और किसानों के बीच बातचीत भी ठप है। इस दौरान आंदोलन में नए सिरे से जान फूंकने के लिए किसान नेता हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश में महापंचायतें कर रहे हैं। लेकिन, अब भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने हरियाणा-पंजाब में किसान महापंचायतें बंद करके बॉर्डर पर ही आंदोलन मजबूत करने का आह्वान किया है।
बता दें कि फरवरी के 19 दिनों में किसान नेता हरियाणा में 10 महापंचायतें कर चुके हैं। इनके जरिये राज्य का करीब 75% हिस्सा कवर हो चुका है। इनसे लोकल स्तर पर समर्थन जरूर बढ़ा है, पर बॉर्डर पर आंदोलन प्रभावित हुअा। 19 दिनों में मोर्चे की सिर्फ 3 बैठकें ही हुईं, जबकि पहले हर दूसरे दिन मीटिंग कर रणनीति पर निर्णय लिया जाता था। नियमित बैठकें न होने का मुद्दा कुंडली बॉर्डर पर मंच से कई बार उठा है। वहां बैठे किसान कहने लगे हैं कि नेता महापंचायत करें, लेकिन बैठकें भी नियमित रूप से करें। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने 23 फरवरी को ‘पगड़ी सम्भाल’ दिवस मनाने का ऐलान किया है।
किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर कहा कि ये जो महापंचायतों का सिलसिला शुरू हुआ है, उसकी हरियाणा और पंजाब में जरूरत नहीं है। यहां तो पहले ही बहुत जागृति है। मेरे ख्याल में लोग भी इन्हें नहीं चाह रहे हैं। अपील है कि सभी भाई इन्हें अब बंद कर दें। खापों से भी यही अनुरोध है। सभी गांव अनुसार लोगों की ड्यूटी लगाएं, जो बॉर्डर पर स्थाई रूप से बैठें, जिससे बॉर्डर पर आंदोलन में मजबूती आए।
महापंचायत का दौर हुआ तेज तो राजनीतिक दल भी हो गए सक्रिय
प्रदेश में कहीं इनेलो तो कहीं कांग्रेस किसान महापंचायत के नाम पर कार्यक्रम करने लगी है। वहीं, किसानों की पंचायतों में भी कई जगह राजनीतिक लोग मंच पर आ रहे हैं। किसान नेता भी मंच से सरकार की जगह भाजपा का विरोध कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल तक में जाकर विरोध की बात कह रहे हैं। वहीं, सरकार भी महापंचायतों के कारण वार्ता की पहल न कर अपने मत वाले किसान नेताओं को खापों से मिलने और समझाने में लगा दिया है।
दिल्ली हिंसा में गायक निक्कू, पंधेर व कई किसान नेताओं की तस्वीरें जारी
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को लाल किला हिंसा मामले में कई किसान नेताओं व अन्य की तस्वीरें जारी की हैं। इनमें किसान नेता रुलदु सिंह, सरवण पंधेर, गायक इंदरजीत सिंह निक्कू की तस्वीरें शामिल हैं। पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने दोहराया कि किसानों ने विश्वासघात किया है। ट्रैक्टर रैली की शर्तें तोड़ी गई हैं। हिंसा का अंदेशा सच साबित हुआ। अभी 152 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन कुछ लोग जांच में शामिल होने से बच रहे हैं। लेकिन, यह उनकी इच्छा पर नहीं चलेगा, हम नोटिस भेज रहे हैं।
पुलिस आए तो घेरकर बैठाएं: गुरनाम
किसान नेता चढ़ूनी ने कहा कि दिल्ली पुलिस गिरफ्तार करने आए तो गांव में ही घेरकर बैठा लो। उन्हें खिलाओ-पिलाओ और जिला अधिकारी के आने के बाद तब ही छोड़ो जब वे यह कह दें कि दोबारा पुलिस गांव में नहीं आएगी।