महाराष्ट्र में सभा समारोह आंदोलन और उत्सव बंद

 deepak tiwari 
मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोना पर लगाम के लिए सीएम उद्धव ठाकरे ने अब आंदोलन, रैलियों और सभाओं पर रोक लगा दी। विवाह समारोहों में अतिथियों की संख्या सीमा का पालन करने के आदेश भी कलेक्टरों और पुलिस प्रमुखों को दिया गया है। जिन इलाकों में ज्यादा केस सामने आ रहे हैं, उन इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाने की पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है।
महाराष्ट्र में साप्ताहिक मामलों में 15% की बढ़ोतरी देखी गई है। राज्य में 9 फरवरी से 15 फरवरी तक 24,001 कोरोना के मरीज बढ़े। इसमें सबसे ज्यादा 3,739 पुणे में, 3,709 मुंबई में और 3,011 कोरोना के मरीज नागपुर में बढ़े। 8 फरवरी से 14 फरवरी के दौरान राजगढ़ में 7.46%, सिंधुदुर्ग में 7.15%, बीड़ में 6.21%, रत्नागिरी में 6.09% और भंडारा में 4.69% कोरोना मरीजों की मृत्युदर होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने इन जिलों पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।
राज्य में 37 हजार एक्टिव पेशेंट
राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 20,71,306 हो गई है, जबकि मृतक संख्या बढ़कर 51,591 हो गई। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 37,125 तक पहुंच गई है। मंगलवार को 2,700 मरीज ठीक होकर अपने घर भी गए।
इन जिलों में मिले ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज
पिछले सप्ताह अमरावती में 24.79%, अकोला में 20.94%, नासिक में 16.31%, वर्धा में 15.63% और बुलढाणा जिले में 14.79% कोरोना पॉजिटिव मिले। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में नवंबर में 1,43,262 कोरोना के नए केस मिले। 20 दिसंबर में 1,20,684, जनवरी में 92,177 और एक से 15 फरवरी के दौरान 43,889 कोरोना के नए मामले पाए गए। विदर्भ में एकाएक कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होने की वजह से 28 फरवरी तक वर्धा जिले में कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। नागपुर में शादी समारोह में अधिक संख्या में बाराती पाए जाने पर दंड वसूली की गई है।
नियमों से किनारा तो लॉकडाउन ही सहारा
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आम जनता के लिए राज्य में महात्मा फुले जन आरोग्य योजना की सहूलियत और मोहलत दो महीने के लिए बढ़ाई जाए। कोरोना के इलाज के लिए जिन क्षेत्रों में अस्पताल बनाए गए हैं उनका स्ट्रक्चरल ऑडिट किया जाए। जो धन कोरोना नियंत्रण के लिए दिए गए हैं, उनका सही इस्तेमाल मार्च के आखिर तक कर लिया जाए। स्थानीय संस्थाओं को सार्वजनिक ठिकानों में सैनिटाइजेशन के लिए प्रेरित किया जाए। इन सब निर्देशों को देने के बाद मीटिंग में आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण बात जो मुख्यमंत्री ने कही वो यह थी कि नियमों का पालन करना है या लॉकडाउन की तरफ जाना है, यह जनता के हाथ में है।
इससे पहले सोमवार को उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने साफ शब्दों में कहा है कि महाराष्ट्र में रोजाना करीब 500-600 कोरोना मरीज पाए जा रहे हैं। जिसकी वजह से जरूरत पड़ने में पश्चिमी देशों की तरह राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है। मंगलवार को भी मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि अगर लोग मास्क नहीं लगाएंगे तो सरकार को मजबूरी में लॉकडाउन लगाना पड़ेगा।