ग्वालियर से फिर उड़े एयरफोर्स के मिराज और सुखोई, 615 किमी दूर पोकरण में टारगेट को तबाह किया

दीपक तिवारी स्टेट रिपोर्टर व प्रभारी
जोधपुर.बालाकोट एयर स्ट्राइक के 2 साल पूरे होने पर वायुसेना (IAF) के मिराज और सुखोई फाइटर एक बार फिर गरजे। इस बार टारगेट था राजस्थान के पोकरण में बने बंकर। ये बंकर ठीक वैसे ही थे, जिन्हें बालाकोट में पाकिस्तानी आतंकवादी पनाह लेने के लिए इस्तेमाल करते हैं। मिराज ने लॉन्ग रेंज स्ट्राइक एक्सरसाइज में सटीक निशाना लगाया और टारगेट को तबाह कर दिया।
शनिवार को IAF के अपग्रेडेड मिराज 2000 और सुखोई 30 MKI फाइटर जेट के स्क्वाड्रन ने ग्वालियर के महाराजपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी। टारगेट यहां से 615 किलोमीटर दूर पोकरण में थे। मिराज ने उन्हीं स्पाइस बमों से टारगेट हिट किया, जिनसे बालाकोट में आतंकी ठिकाने तबाह किए गए थे। जानकारी के मुताबिक, इस मिशन में 3 मिराज और 2 सुखोई फाइटर जेट शामिल थे।
एयरफोर्स चीफ ने भी मिराज में उड़ान भरी
महाराजपुर से मिराज फाइटर उसी फॉर्मेशन में उड़े, जिसे बालाकोट स्ट्राइक के दौरान अपनाया गया था। इस मौके पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी महाराजपुर एयरबेस पहुंचे। वे एयर स्ट्राइक में शामिल पायलट्स से मिले और उसके बाद मिराज में उड़ान भरी।
इसलिए किया गया पोकरण का चुनाव
सड़क के रास्ते ग्वालियर से पोकरण की दूरी 812 किलोमीटर है, जबकि एयर डिस्टेंस करीब 615 किलोमीटर है। बालाकोट स्ट्राइक के लिए भी IAF के फाइटर्स ने करीब इतनी ही दूरी तय की थी। जैसलमेर में पोकरण के चांदण में एयरफोर्स की फायरिंग रेंज है। यहां पर 6 टारगेट तैयार किए गए। एयरफोर्स के फाइटर्स ने शनिवार को इनमें से 5 पर बम गिराकर इन्हें तबाह कर दिया।
पुलवामा हमले के जवाब में हुई थी बालाकोट स्ट्राइक
एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी 2019 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। ये कार्रवाई पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमले के जवाब में की गई थी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में लश्कर के आतंकियों ने 14 फरवरी 2019 को CRPF की बस से विस्फोटकों से भरी SUV टकरा दी थी। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।