सीटू कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत दिवस पर उन्हें याद कर दी श्रद्धांजलि - गंगेश्वर दत्त शर्मा

नोएडा, सीटू कार्यकर्ताओं ने 23 मार्च 2021 शहीद ए आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव का शहादत दिवस सेक्टर- 8, नोएडा सीटू कार्यालय पर मनाया और उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर सीटू गौतमबुधनगर जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने देश की आजादी में महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि 23 मार्च 1931 को आजादी के इन दीवानों को ब्रिटेन की साम्राज्यवादी सरकार ने फांसी पर लटका दिया उनके तथा उनके जैसे हजारों शहीदों के बलिदान से भारत को आजादी मिली लेकिन आजादी के 74 वर्षों में इन शहीदों के सपनों का भारत नहीं बन पाया आज भी करोड़ों लोग अपनी मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं। मजदूर- किसान, विद्यार्थी, कर्मचारी, छोटे दुकानदार निरंतर शोषण के शिकार होकर बेहाल है और दूसरी तरफ मुट्ठी भर लोग सारे संसाधनों पर कब्जा करते जा रहे हैं। अन्याय व शोषण की यह व्यवस्था लगभग वैसी है जिसके विरोध में शहीदे आजम भगत सिंह ने क्रांति का आह्वान किया था वह चाहते थे कि मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण समाप्त कर व अन्याय की व्यवस्था का अंत कर समानता पर आधारित न्याय संगत समाजवादी व्यवस्था का निर्माण ही सच्ची स्वतंत्रता है उन्होंने कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत दिवस पर देश के सभी शहीदों को सलाम करते हुए उनके सपनों का भारत बनाने के लिए प्रण लें और उस दिशा में संघर्षों का निर्माण करें और आगे बढ़े। सीटू जिला महासचिव राम सागर ने कहा कि मजदूर विरोधी बिल के खिलाफ भगत सिंह ने व उनके साथियों ने 8 अप्रैल 1929 को असेंबली में बम फेंका था और कहा था कि बहरों को सुनाने के लिए बहुत ऊंची आवाज की जरूरत है। और आज संघर्षों कुर्बानियों से हासिल श्रम कानूनों को मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के पक्ष में चार श्रम कोड़ों में बदल दिया है जिसके खिलाफ जोरदार तरीके से आवाज बुलंद करने की जरूरत है। और उन्होंने 25 मार्च 2021 को प्रातः 11:00 बजे  श्रम कार्यालय सेक्टर- 3, नोएडा पर होने वाले प्रदर्शन में भारी संख्या में पहुंचने की अपील किया।
 इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए सीटू नेता राम सागर, विनोद कुमार, पूनम देवी, भरत डेंजर, गुड़िया देवी, रमाकांत, माकपा जिला सचिव मदन प्रसाद, जनवादी महिला समिति के नेता लता सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया।