मत्स्य विभाग सरकार के द्वारा सब्सिडी के तहत गाड़ी वितरण किया गया है।

tap news India deepak tiwari 
पटना. पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री और MLC मुकेश सहनी के भाई के मामले को लेकर शुक्रवार को विधान परिषद् में जबरदस्त हंगामा हुआ। मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी ने गुरुवार को हाजीपुर में एक सरकारी कार्यक्रम में मत्स्य विभाग की योजना के तहत चयनित मछलीपालकों को आइस बॉक्स, मोपेड, बाइक और छोटी मालवाहक गाड़ियां वितरित की थीं। इस कार्यक्रम में मुकेश सहनी को जाना था। सदन में विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि मुकेश सहनी ने अपनी जगह अपने भाई संतोष सहनी को भेज दिया। ऐसा कर उन्होंने सरकार और सरकारी कार्यक्रम का मजाक उड़ाया है। विपक्षी सदस्यों का विरोध इस कदर बढ़ गया कि सदन में CM नीतीश कुमार को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। इस मामले में सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। दैनिक भास्कर ने शुक्रवार के अंक में मंत्री के भाई के इस कारनामे को प्रकाशित किया है। परिषद् में हंगामे और CM के संज्ञान के बाद मुकेश सहनी ने मीडिया के सामने इसके लिए माफी मांगी।
हंगामा तेज होने पर मामले में हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। अगर ऐसा हुआ है तो यह आश्चर्यजनक है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से पूछा कि मामला क्या है। फिर जल संसाधन मंत्री संजय झा को कहा कि आप इस मामले की जांच करें। मुख्यमंत्री ने संजय झा से कहा कि यह गंभीर मामला है, इसे अपने स्तर पर जांच कराइए। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर विधान परिषद में विपक्षी नेताओं से भी बातचीत की।
भाजपा के MLC ने भी किया विरोध
सदन में यह मामला राजद के भाई विरेंद्र और ललित यादव ने उठाया। जैसे ही यह मामला उठा सदन में हंगामा होने लगा। विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। राजद के MLC सुबोध राय ने मंत्री मुकेश सहनी को बर्खास्त करने की मांग की। सुबोध राय ने कहा कि मुकेश सहनी ने सरकार को घर की जागीर समझ रखा है। इसके बाद विपक्ष के सारे नेता खड़े होकर मंत्री मुकेश सहनी को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। इस मामले का सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी विरोध किया। भाजपा के MLC नवल किशोर यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्था के लिए यह कलंक है। लोकतंत्र लोक लाज से चलता है, हम इसका निंदा करते हैं। कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि मंत्री के बजाय सरकारी योजना का उद्घाटन उनके परिवार के लोग कर रहे हैं, यह सुशासन नहीं, दुशासन का राज है, महा जंगलराज है। उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों और मंत्री पर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेमचंद मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हमें आश्वस्त किया है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है और वह इसको लेकर वे गंभीर है।
क्या है मामला?
हाजीपुर में गुरुवार को मत्स्य विभाग की ओर से सरकारी कार्यक्रम आयोजित था। मत्स्य विभाग की योजना के तहत चयनित मछलीपालकों को आइस बॉक्स, मोपेड, बाइक, छोटी मालवाहक गाड़ियां वितरण की जानी थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व उद्घाटन के तौर पर मंत्री मुकेश सहनी को पहुंचना था। मंच के पीछे मंत्रालय का बड़ा सा बैनर लगा था। बैनर पर कार्यक्रम का डिटेल के साथ मंत्री जी की फोटो भी लगी थी। नीचे मंत्री जी के नाम के साथ उद्घाटनकर्ता माननीय मंत्री लिखा था। उनकी जगह कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री जी के भाई संतोष सहनी। खास बात यह कि मंत्री के भाई संतोष मंत्री की सरकारी गाड़ी से ही कार्यक्रम में पहुंचे थे। मंत्री के भाई को विभाग की ओर से मंत्री वाली ट्रीट व प्रोटोकॉल भी दिया गया।
कार्यक्रम के बाद क्या कहा था मंत्री के भाई ने
"मत्स्य विभाग सरकार के द्वारा सब्सिडी के तहत गाड़ी वितरण किया गया है। इससे हमारे जो मछली मारने वाले लोग हैं उनको सुविधा मिले। मछली बाजार लेकर जाने के लिए। यही सब है। हम किए हैं, मंत्री जी के सहयोगी की तरह। बाकी ऐसे ही पूरे बिहार में कार्यक्रम चलेगा सब जगह। अच्छे से काम किया जाएगा।"