गुरू पूर्णिमा पर्व अनुशासन और श्रद्धा का पर्व है: anil

बदायूं गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर गुरू पूर्णिमा पर्व पर युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा का वेदमंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया गया। दीक्षा संस्कारों के साथ विभिन्न संस्कार भी संपन्न हुए। पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ के बाद कन्याभोज कराया गया।
मुख्य वक्ता अनिल प्रकाश गुप्ता ने कहा कि गुरू पूर्णिमा पर्व अनुशासन और श्रद्धा का पर्व है। गुरू व्यक्ति नहीं ईश्वरीय शक्ति है। जो सन्मार्ग दिखाती है, विषम परिस्थितियों का सामना करना सिखाती है।
शक्तिपीठ परिब्राजक सचिन देव, प्रज्ञा मंडल के भवेश शर्मा और उसहैत से आए पंकज कुमार ने प्रज्ञा गीतों को श्रवण कराया। गुरूवर दया के सागर गीत की शानदार प्रस्तुति दी। आत्मीय परिजनों ने गुरू दीक्षा ली, पुंसवन, विद्यारंभ, अन्न प्राशन संस्कार संपन्न हुए। शक्तिकलश, तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा और मां गायत्री का पूजन हुआ।
इस मौके पर मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनिल कुमार राठौर, नरेंद्र पाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, माया सक्सेना, रघुनाथ सिंह, संजीव कुमार, कल्पना मिश्रा, ममता शर्मा, सुखपाल शर्मा, वीरेंद्र रस्तोगी, महेश चंद्र, वीरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।