मीडिया संस्थानों पर सरकारी एजेंसियों द्वारा की जा रही छापेमारी व पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ उपजा ने आक्रोश जताया

बदायूँ। मीडिया संस्थानों पर सरकारी एजेंसियों द्वारा की जा रही छापेमारी के विरोध में उ.प्र.जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) के  जिलाध्यक्ष परविन्दर प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष संजय सिंह गौर, जिलाउपाध्यक्ष सौरभ शंखधार गोविन्द सिंह राणा, भारत शर्मा अतुल शर्मा,अरविंद सिंह राठौर के साथ अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु पुनिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा को एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम दिया। 
महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन में कहा गया है कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है और लोकतांत्रिक परम्पराओं व जनतंत्र की रक्षा के लिये हमेशा महत्वपूर्ण योगदान किया है।लोकतंत्र के रक्षक और समाज के सजग प्रहरी के रूप में पत्रकार व मीडिया संस्थान अपनी भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे है।किन्तु गत वर्षों में पत्रकारों व मीडिया संस्थानों के साथ हुई दमनकारी घटनाओं, हत्या व  संस्थानों पर सरकारी एजेंसियों द्वारा छापेमारी और उत्पीड़न की घटनाये की जा रही है।इस प्रकार की घटनाओं से मीडिया  की आजादी को खतरे में डाल दिया है। इसका प्रभाव लोकतंत्र की सुरक्षा और जनतांत्रिक परम्पराओं पर  भी पड़ रहा है।मीडिया पर नकेल कसने की तैयारी की जा रही है। लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ को कमजोर किया जा रहा है। पत्रकार जनहित के लिए ही सरकार की कमियों को उजागर करता है। देश में लोकतंत्र को सुरक्षित व संरक्षित  रखने के लिये स्वतंत्र व 
संरक्षित वातावरण अति आवश्यक है।यह वातावरण पत्रकारों को समुचित सुरक्षा प्रदान किये बगैर सम्भव नहीं है।उपजा की जिला इकाई बदायूँ के पदाधिकारियों एवं पत्रकार सदस्यों  ने महामहिम राष्ट्रपति से ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि देश के पत्रकारों व मीडिया संस्थानों के जीवन व मान सम्मान की सुरक्षा के लिये आवश्यक कदम उठाये जाये और सरकारी एजेंसियों द्वारा मीडिया संस्थानों के विरुद्ध की जा रही छापेमारी को तत्काल रुकवाया जाये।ज्ञापन देने वालों में उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष सचिन भारद्वाज, देवेश मिश्रा ,छविले चौहान,भगवान दास शैलेन्द्र कुमार सिंह, अंशुल जैन , सुरजीत सिंह तोमर तेजेन्द्र कुमार, सुशील यादव, रंजीत सिंह आदि पत्रकार बन्धु मौजूद रहे।