सीटू के बैनर तले मजदूरों ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया मांगों का ज्ञापन/ हड़ताल नोटिस- गंगेश्वर दत्त शर्मा

नोएडा, बढ़ती महंगाई, असमानताएं, घटते वेतन रोजगार और केंद्र व प्रदेश सरकार, श्रम विभाग, जिला प्रशासन, नोएडा व ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण कि मजदूर किसान एवं जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर संगठन सीटू ने 25 नवंबर 2021 को जिले का चक्का जाम हड़ताल करने की घोषणा कर रखी है, उक्त हड़ताल की तैयारी अभियान के क्रम में 30 अक्टूबर 2021 को सीटू जिला कमेटी गौतम बुध नगर के बैनर तले शौक नहीं अब मजबूरी है, अब हड़ताल जरूरी है नारे के साथ मजदूरों/ कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय सूरजपुर ग्रेटर नोएडा पर जोरदार जुझारू प्रदर्शन कर माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार व माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, और पुलिस/ जिला प्रशासन को मजदूरों किसानों एवं आम जनता की विभिन्न मांगों का ज्ञापन/ हड़ताल नोटिस जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के माध्यम से दिया। जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन एसडीएम श्री धर्मेंद्र सिंह जी ने लिया उन्होंने ज्ञापन पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन प्रदर्शनकारियों को दिया।
 उद्योग विहार ग्रेटर नोएडा अनमोल इंडस्ट्रीज लिमिटेड कम्पनी के मुख्य द्वार से निकाले गए जुलूस व डीएम कार्यालय पर हुएं प्रदर्शन का नेतृत्व/ सम्बोधन सीटू जिला नेता रामसागर, गंगेश्वर दत्त शर्मा, लता सिंह, भरत डेंजर, राम स्वारथ, इशरत जहां, गुड़िया, पिंकी, किरण, अनमोल इंडस्ट्रीज एंप्लाइज यूनियन के नेता मुकेश कुमार राघव, सुखलाल, जोगिंदर सैनी, मनीताऊ एंप्लाइज यूनियन के नेता फिरोज खान, संतोष कुमार यादव, पथ विक्रेता कर्मकार यूनियन के नेता मिथिलेश, नरेंद्र पांडे, किसान नेता अरविंद कुमार गुर्जर, जनवादी महिला समिति की नेता आशा यादव, चंदा बेगम, अन्नू देवी, पूनम आदि ने किया।
 प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि मजदूरों का उत्पीड़न शोषण लगातार बढ़ता जा रहा है, वेतन व सुविधाएं कम हो रही है, महंगाई लगातार बढ़ रही है लेकिन सरकार मजदूरों के वेतन को बढ़ाने को तैयार नहीं है वही असंगठित क्षेत्र के जो कामगार स्वरोजगार के तहत रेहड़ी-पटरी पर फुटपाथ के किनारे अपना काम कर रहे हैं उनको प्राधिकरण आए दिन अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ रहा है और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा है उसके साथ ही मजदूरों को रहने के लिए कोई सस्ती आवासीय नीति नहीं है जिस कारण मजदूर किराए पर रहने को मजबूर है और जैसे तैसे अपना व अपने बच्चों का पेट काटकर 25-30- 50 गज सस्ती जमीन लेकर गांव व गांव के आसपास कॉलोनी में रिहाइश का इंतजाम किया है तो उनके रिहाईश को अवैध बताकर मूलभूत नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना तो दूर की बात बिजली भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है इन सब के लिए प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से दोषी है। उन्होंने कहा कि इस पूरी स्थिति में मेहनतकश अवाम के सामने लड़ाई में कूदने के अलावा कोई रास्ता नहीं है इसलिए सीटू संगठन ने केंद्र और प्रदेश सरकार की मालिक परस्त तथा मजदूर विरोधी नीतियों व मजदूरों की मांगों पर संवादहीनता के खिलाफ 25 नवंबर 2021 को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है और 25 नवंबर2021 को जिले में चक्का जाम कर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।