लक्ष्य तय करे कि 25 साल के बाद जब देश की आज़ादी की शताब्दी मनाई जाएगी तो देश कहां खड़ा होगा


नई दिल्ली:केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज दिल्ली में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की 160वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय जैसा व्यक्तित्व करोड़ों वर्षों में एक बार ही जन्म लेता है। बहुआयामी व्यक्तित्व का धनी होने, अनेक सिद्धियों की प्राप्ति करने, अनेक सम्राटों जितना यश प्राप्त करने के बाद भी एक भिक्षुक की तरह रहना और स्वभाव में विनम्रता बनाए रखना एक बहुत बड़ा साधु लक्षण है जो पंडित मदन मोहन मालवीय में था। वे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक और देशभक्ति और आत्मत्याग की प्रतिमूर्ति थे। एक महान शिक्षाविद् जिन्होंने शिक्षा के मूलतत्व को जाना और इस देश को किस प्रकार की शिक्षा की ज़रूरत है और भविष्य में किस प्रकार की शिक्षा की ज़रूरत पड़ने वाली है, इन दोनों बातों को समझते हुए एक नए प्रकार की शिक्षा पद्धति काशी विश्वविद्यालय में प्रस्थापित करने का उन्होंने प्रयास किया। वे एक प्रतिभाशाली अधिवक्ता, प्रखर वक्ता, तेजस्वी पत्रकार और तीव्र बुद्धि के धनी थे, लेकिन उन्होंने विनम्रता कभी नहीं छोड़ी।