संयुक्त प्रयासों से कृषि के समुचित विकास के सद्परिणाम हो रहे हैं परिलक्षित : श्री तोमर


 

नई दिल्ली:केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में विवेकानंद छात्रावास एवं आवासीय परिसर का लोकार्पण तथा छात्र व छात्राओं के लिए छात्रावासों और सभागार का शिलान्यास एवं परिसर के मुख्य द्वार पर स्थापित रानी लक्ष्मी बाई की प्रतिमा का वर्चुअल अनावरण किया। इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि आजादी के बाद से लंबे समय तक बुंदेलखंड क्षेत्र गरीबी, अशिक्षा और पलायन की समस्या से जूझता रहा लेकिन अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दोनों सरकार का फोकस इस क्षेत्र में व्याप्त असंतुलन दूर करने पर है। कृषि व अन्य दृष्टि से सतत विकास कार्य किए जा रहे हैं, जिनका लाभ मिल रहा है।

मुख्य अतिथि श्री तोमर ने कहा कि प्रतिकूलता में अनुकूलता ढूंढना ही मनुष्य जीवन की सार्थकता है और इसी सोच के साथ विकास करते हुए सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बना रही है, जिससे क्षेत्र की काफी प्रगति होगी और तस्वीर-तकदीर बदल जाएगी। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का लाभ भी बुंदेलखंड क्षेत्र को प्राप्त हो रहा है। प्रधानमंत्री जी द्वारा पिछले महीने जनपद झांसी में भारत डायनमिक्स लिमिटेड की इकाई का शिलान्यास किया गया है। यह परियोजना डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड में स्थापित की जाएगी, जिसका फायदा भी क्षेत्र को मिलेगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा पिछले दिनों केन-बेतवा लिंक परियोजना को मंजूरी दी गई है, इस मेगा प्रोजेक्ट से क्षेत्र का विकास रफ्तार पकड़ेगा। नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट से बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा जनपद में पौने दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई सुविधा सृजित होगी। योगी जी के नेतृत्व में जहां अधोसंरचनात्मक विकास हो रहा है, वहीं कानून-व्यवस्था भी बेहतर हुई है।

केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि इस क्षेत्र में कृषि का समुचित विकास केंद्र सरकार व राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से हो रहा है, जिसके सद्परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं।  बुंदेलखंड में खेती की दृष्टि से अपार संभावनाएं है। उ.प्र. सरकार द्वारा केंद्र की कृषि विकास योजनाओं पर बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन होगा। श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर देश में प्राकृतिक/जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, सरकार ने इसे प्राथमिकता पर लिया है। अच्छे राष्ट्र व अच्छे जीवन के लिए प्रकृति से तालमेल जरूरी है। रासायनिक खेती धरती की उर्वरा शक्ति को कम कर रही है, पर्यावरण पर भी असर पड़ रहा है, इसलिए समय रहते संतुलन बनाया जाना चाहिए।

श्री तोमर ने कहा कि बुंदेलखंड अंचल में स्थापित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि वि.वि. ने अल्प समय में अच्छी प्रगति की है। अंचल में कृषि को उत्तरोतर ऊंचाइयों पर पहुंचाने में इस वि.वि. व वैज्ञानिकों का अहम योगदान है। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्रों की सहायता से क्षेत्र में कृषि के चहुंमुखी विकास पर जोर देते हुए कहा कि केवीके के ज्ञान से सोने पर सुहागा की स्थिति हो जाएगी।

कार्यक्रम में झांसी-ललितपुर के सांसद श्री अनुराग शर्मा, सदर झांसी के विधायक श्री रवि शर्मा व अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, वैज्ञानिक व किसान भी जुड़े थे। डेयर के सचिव एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्र, कुलाधिपति डा. पंजाब सिंह, कुलपति डा. अरविंद कुमार ने भी विचार रखे। कुलसचिव डा. मुकेश श्रीवास्तव ने आभार माना।