भिलौलिया के लाल को नम आंखों से किया विदा साथियों ने दी सलामी TNI


बदायूं / बिल्सी- लोकतंत्र के महापर्व पर सभी को रुला देने वाली सूचना मिलते ही भिलौलिया गाँव में शोक की लहर दौड़ गई हर किसी की जुबां पर यही शब्द थे कि हे राम यह क्या हो गया गांव के फौजी  मुनेंद्र यादव 24 वहिनी बीएसएफ  मुख्यालय दिल्ली  में तैनात थे कुछ दिन पूर्व एक सड़क दुर्घटना में घायल होने पर उपचार के दौरान कल उनका देहांत हो गया बहुत ही मिलनसार सरल स्वभाव के फौजी मुनेंद्र यादव अपने माता पिता के सबसे बड़े पुत्र थे पिता अजय पाल यादव उत्तर प्रदेश होमगार्ड उझानी में काफी समय तक रहे उनके देहांत के बाद बड़े बेटे होने के नाते फौजी मुनेंद्र पर ही घर परिवार की सभी जिम्मेदारी थी स्वर्गीय अजयपाल यादव के  चार पुत्री 2 पुत्र है सबसे बड़े मुनेंद्र यादव बीएसएफ में सबसे छोटा कर्वेंद्र यादव घर और खेती की देखभाल  करते हैं चार बहने दो भाई सभी की शादियां हो चुकी हैं मुनेंद्र फौजी के 1 पुत्र और 3 पुत्रियां हैं सबसे बड़ी पुत्री पूनम यादव 21 वर्ष पुत्र सुधीर यादव 19 वर्ष दीक्षा 15 वर्ष प्रतीक्षा 10 वर्ष पत्नी अंगूरी देवी  45 वर्ष , पूरे क्षेत्र के आम जनमानस की आंखों में आंसुओं के साथ यही शब्द थे मुनेंद्र जैसा व्यक्तित्व हमारे जीवन में अब नहीं आने वाला अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में जनमानस ने फौजी मुनेंद्र को अंतिम विदाई दी वही उनके साथ गाजियाबाद से आए बीएसएफ के जवानों ने  सम्मान सहित सलामी दी और अपने रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करवाया बेटा सुधीर यादव ने मुखाग्नि दी ग्राम पंचायत रिसौली से अपनी पत्नी अंगूरी देवी को  प्रधानी का चुनाव भी लड़ा चुके हैं मुनेंद्र फौजी कमजोर गरीब असहाय की मदद करना उनकी प्राथमिकता में था जब भी छुट्टी में गांव आते थे पूरे गांव में घूमकर हर किसी का हाल चाल लेना और सुख दुख शामिल होना सभी का बढ़ चढ़कर सहयोग करते थे कुछ दिन पहले गांव आए थे ,रिटायर होने के बाद फौजी का राजनीति में आने का सपना था परंतु ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था परंतु हर किसी के लिए एक आदर्श और साहसी निडर व्यक्तित्व के खोने से गांव में बहुत बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है रिसौली पुलिस चौकी इंचार्ज इंद्रदेव सिंह सहित पुलिस स्टाफ क्षेत्र के गणमान्य लोग जनप्रतिनिधि सहित भारी संख्या में स्त्री पुरुष मुनेंद्र फौजी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए