सरकार और निजी स्कूल संचालकों का गठजोड़ हुआ उजागर : विमल किशोर


हरियाणा आज का 30 मार्च सोनीपत आज हरियाणा सरकार ने निजी स्कूल संचालकों के आगे नतमस्तक होते हुए गरीबों का हक मारते हुए निजी स्कूलों में गरीब विद्यार्थियों का 10% कोटा समाप्त कर दिया जोकि सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता को दर्शाता है
सरकार यह नहीं चाहती कि गरीब बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर सकें सीधा-सीधा सरकार ने गरीबों से शिक्षा का हक छीन लिया है उपरोक्त बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं

 विमल किशोर ने कहा कि हरियाणा सरकार पहले ही सैकड़ों सरकारी स्कूल बंद कर चुकी है और जो सरकारी स्कूल बचे हुए हैं उनकी हालत जर्जर है जिसमें पढ़ाई नाम की कोई चीज नहीं होती 
जिससे गरीब बच्चों को 134 ए के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने का मौका मिलता था किंतु हरियाणा सरकार ने निजी स्कूल संचालकों के दबाव में धारा 134 ए को समाप्त कर दिया 

विमल किशोर ने कहा कि यदि हरियाणा सरकार ने 134 ए को समाप्त करना ही था तो पहले सरकारी  स्कूलों की हालत में सुधार करना चाहिए था ताकि गरीब बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें 

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर ने आगे कहा की 134 ए नियमावली 2003 के तहत निजी स्कूलों में गरीब बच्चों का कोटा 25% था जिसे 2013 में तत्कालीन कांग्रेश की हुड्डा सरकार ने निजी स्कूल संचालकों के दबाव में 10% कर दिया था जिसे अब हरियाणा की बीजेपी सरकार ने बिल्कुल समाप्त कर दिया है जो सरासर गरीबों के साथ अन्याय है जो यह दर्शाता है हरियाणा की अब तक की सभी सरकारी निजी स्कूलों की लूट में शामिल रही हैं और निजी स्कूल संचालकों के दबाव में रही हैं 

विमल किशोर ने आगे कहा कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाया जाएगा जिससे गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा निशुल्क मिल सकेगी और 134 ए की भी जरूरत नहीं पड़ेगी

विमल किशोर ने हरियाणा सरकार से मांग की कि 134 ए को समाप्त करने से पहले सरकारी स्कूलों की दशा में सुधार किया जाए अन्यथा आम आदमी पार्टी पूरे हरियाणा में आंदोलन करने को मजबूर होगी