नकली नोट बनाने सीख कर सौ-सौ के नकली नोट प्रिंटर छापते थे

विक्रम पांडे

नोएडा ये खबर आप को खबरदार करने वाली है। यदि आप बाजार कोई समान लेने, या गाड़ी में पेट्रोल भरवाने जा रहे है, तो पैसो का लेंन-देंन करने में सावधानी बरते और नोट को खूब जांच परख कर ले। क्योंकि ग्रेटर नोएडा की इकोटेक 3 पुलिस ने दो बदमाशो को गिरफ्तार किया है। जो नकली नोट छाप कर बाज़ार में खपाने में जुटे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 14 नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर, एक ब्लेड पेपर कटिंग, ए-4 साइज के 52 पेपर, एक पैमाना आदि सामान बरामद किए हैं।

पुलिस के गिरफ्त में खड़े विकास सिंह और त्रिवेंद्र शर्मा को नकली नोट छाप कर सडक पर लगने वाले साप्ताहिक बाज़ार में खपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर त्रिवेन्द्र को के0के0 फूड के सामने ग्राम हबीबपुर से गिरफ्तार किया गया दुसरे आरोपी विकास सिंह को नकली नोट बनाते हुये ग्राम छलेरा से गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी ने बताया कि विकास सिंह पुरानी कार टैक्सी के रूप में चलाकर गुजारा चलाता था, लेकिन कुछ माह पहले उसकी टैक्सी खराब हो गई। इससे वह बेरोजगार हो गया। इसके बाद उसने यू-ट्यूब पर नकली नोट बनाने का तरीका ढूंढा और सौ-सौ के नकली नोट प्रिंटर आदि की मदद से छापने लगा और  अपने साथी त्रिवेंद्र शर्मा की मदद से साप्ताहिक बाजार में नकली नोट चलाकर सामान खरीदने लगा। त्रिवेंद्र पहले एक निजी कंपनी में काम करता था, लेकिन काम छूटने के बाद किसी नए काम की तलाश में था।

विकास नकली नोट त्रिवेंद्र को देता था। त्रिवेंद्र इन नोटों को साप्ताहिक बाजार में चलाकर दस या बीस रुपये का सामान रेहड़ी पटरी से खरीदकर बचे हुए पैसे रख लेता था। कई बार विकास सिंह भी इसी तरह बाजार में नोट चलाता था। आरोपियों का कहना था कि सौ के नोट को ध्यान से कोई नहीं देखता। इस कारण वह सौ रुपये का ही नोट छापकर चलाते थे। दोनों आरोपी एक माह में हजारों रुपये के नकली नोट इसी तरह चला चुके थे, लेकिन मुखबिर की सूचना पर ईकोटेक-3 थाना पुलिस ने शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 14 नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर, एक ब्लेड पेपर कटिंग, ए-4 साइज के 52 पेपर, एक पैमाना आदि सामान बरामद किए हैं।