कुशल, पेशेवर और एकीकृत प्रणाली का भारत में निर्माण किय़ा जाए: डॉ. भारती प्रवीण पवार

रामजी पांडे

नई दिल्ली केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स के लिए नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट (एनईएलएस) पाठ्यक्रमों का शुभारंभ किया। प्रशिक्षण मॉड्यूल के अलावा,  इस कार्यक्रम में एनईएलएस पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे का विकास और अस्पतालों और एम्बुलेंस सेवाओं के आपातकालीन विभागों में काम करने वाले डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षकों का एक संवर्ग बनाना भी शामिल है।

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केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि अब तक,  देश में स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों को विदेशी मॉड्यूल और सशुल्क पाठ्यक्रमों पर निर्भर रहना पड़ता था, जो महंगे होने के साथ-साथ हमारे जनसंख्या परिदृश्य की जरूरतों और प्राथमिकताओं पर विचार किए बिना एक सीमित आपात स्थिति के लिए थे। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री की 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' नीति को साकार करते हुए,  डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स के प्रशिक्षण के लिए यह मानकीकृत पाठ्यक्रम भारतीय संदर्भ के अनुकूल देश में ही विकसित आपातकालीन जीवनरक्षक सेवाएं प्रदान करता है।