डाक विभाग के कर्मचारियों के अच्छे प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए मेघदूत पुरस्कार प्रदान किया गया


नई दिल्ली संचार, रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने इंडिया हैबिटाट सेंटर के स्टीन ऑडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में डाक विभाग के एक ई-लर्निंग पोर्टल ‘डाक कर्मयोगी' की आज (28-06-2022) शुरूआत की।

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इस पोर्टल को 'मिशन कर्मयोगी' की परिकल्पना के तहत 'संस्‍‍थान में' विकसित किया गया है, जिसकी संकल्पना प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍‍द्र मोदी ने भारत सरकार के सभी कर्मचारियों के कार्यों में दक्षता लाने और ‘न्यूनतम सरकार' और 'अधिकतम शासन' के साथ नौकरशाही की कार्य क्षमता में बदलाव लाने के उद्देश्य से की थी। ।

'डाक कर्मयोगी' पोर्टल लगभग 4 लाख ग्रामीण डाक सेवकों और विभागीय कर्मचारियों की दक्षताओं में वृद्धि करेगा, जिससे प्रशिक्षुओं की समान मानकीकृत प्रशिक्षण सामग्री तक ऑनलाइन या मिश्रित कैंपस मोड तक पहुंच प्रदान करने में सक्षम बनाया जा सके ताकि वे ग्राहक की बेहतर संतुष्टि के लिए कई जी2सी सेवाओं को प्रभावी ढंग से वितरित कर सकें। अंतिम योगात्मक मूल्यांकन के सफल समापन पर, एक स्वत: तैयार पाठ्यक्रम पूर्णता प्रमाण पत्र प्रशिक्षु के पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा। प्रशिक्षु प्रत्येक वीडियो और अन्य शिक्षण सामग्री के लिए अपनी प्रतिक्रिया, रेटिंग और सुझाव दे सकते हैं ताकि आवश्यक संवर्धन सुनिश्चित किया जा सके।

डाक विभाग अपने 10 डाक प्रशिक्षण कें‍द्रों/क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र और रफी अहमद किदवई राष्ट्रीय डाक अकादमी (आरएकेएनपीए), केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान के नेटवर्क के माध्यम से अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहा है। हालांकि, इस पोर्टल के शुभारंभ के साथ, विभागीय कर्मचारी और ग्रामीण डाक सेवक अपनी सुविधा के अनुसार 'कभी भी, कहीं भी' प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे और अपने दृष्टिकोण, कौशल तथा ज्ञान (एएसके) को अपनी सुविधानुसार अपडेट कर सकेंगे। यह पोर्टल कर्मचारियों और ग्रामीण डाक सेवकों को अपग्रेड करके बेहतर सेवाएं प्रदान करने में समर्थ होकर लम्‍‍बा सफर तय करेगा।