केंद्र सरकार द्वारा पूंजीपतियों के हित मे बनाई नीतियों से बढ़ी महंगाई :सूरज प्रधान

रामजी पांडे
लखनऊ। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में आम आदमी पार्टी ने कल जिला मुख्यालयों में महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। अवध प्रांत अध्यक्ष सूरज प्रधान ने स्वयं लखनऊ में मोर्चा सम्हाल रखा था । यहाँ पर सूरज प्रधान की पुलिस अधिकारियों से काफी नोक-झोंक भी हुईं। सूरज प्रधान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रहीं भाजपा की सरकार ने पिछले दिनों खाने-पीने सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर आटा, दाल, दूध, अस्पताल के कपड़ें जैसे रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों का मूल्य बढ़ाने का कार्य किया हैं, पहले से ही कमर तोड़ महंगाई की मार झेल रहीं आम जनता को मोदी जी के इस दमन कारी फैसले ने हिला कर रख दिया             

        सूरज प्रधान ने आगे बताया कि डीजल, पेट्रोल, गैस के बढ़े हुए मूल्य से पहले से ही परेशान जनता को सरसों का तेल 250/--रुपये लीटर तक खाने को मजबूर किया गया और अब बच्चों के दूध पर भी जीएसटी लगा दिया गया।  गरीबों, मजदूरों, किसानों,छोटे- मध्यम व्यापारियों के लिये यह सरकार कार्य नही कर रहीं हैं, बल्कि सरकार पूंजीपतियों के लिये कार्य करती दिख रहीं हैं। कार्पोरेट टैक्स को घटाकर 30℅ से 22℅ कर दिया।  महंगाई कम करने के लिए मोदी सरकार के पास पैसा नहीं, किसानों के लिए मोदी सरकार के पास पैसा नहीं, बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए मोदी सरकार के पास पैसा नहीं l लेकिन अपने चंद पूंजीपतियों मित्रों के लिए मोदी सरकार ने ₹11 लाख करोड़ चंदा माफ कर दिया l आज डॉलर की कीमत 80 रुपये के बराबर हैं और इसका फायदा चंद पूँजीपति भष्ट्राचारियों को ही मिलेगा।

           पार्टी के अवध प्रांत मीडिया प्रभारी संजीव निगम ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यवेक्षक के रूप में कानपुर में वो स्वयं और प्रांत सचिव एवं कानपुर जिला प्रभारी एडवोकेट अनुज शुक्ला,अमेठी में प्रांत महासचिव अतुल सिंह राजावत, लखीमपुर खीरी में प्रांत उपाध्यक्ष रवि तिवारी और रायबरेली में प्रांत सचिव नूर सिद्दीकी मौजूद रहे ।संजीव निगम ने आगे बताया कि आम आदमी पार्टी बढ़ती महंगाई पर चुप नहीं बैठेंगी और इस कुव्यवस्था पर आवाज बुलंद करती रहेगी एवं आगे गरीब विरोधी सरकार के खिलाफ संघर्ष और तेज करेगी ।  यदि बढ़ती हुई महंगाई को रोकने हेतु कोई ठोस सार्थक कदम सरकार द्वारा अविलंब नहीं उठाया गया तो वृहद स्तर पर आगे भी आंदोलन किया जायेगा।